इस मिर्च का नाम ‘शिमला’ मिर्च ही क्यों है, क्या हिमाचल के शिमला से है कोई कनेक्शन

ज्यादातर लोग मिर्च का नाम सुनते ही इससे दूर भागने लगते हैं लेकिन शिमला मिर्च ऐसी मिर्च है, जिसे लोग सलाद में डालकर भी बड़े शौक से खाते हैं। आज कल तो अलग-अलग डिशेज को सजाने में भी शिमला मिर्च का उपयोग होता हैं। शिमला मिर्च स्वास्थ्य के लिए भी हेल्दी मानी जानी है। यह हरे, पीले, लाल रंग में उपलब्ध होती है।

लेकिन क्या आप जानते है कि इस मिर्च का नाम ‘शिमला’ मिर्च ही क्यों है? क्या इसका कनेक्शन हिमाचल प्रदेश वाले शिमला से है। आइए आपको इसके नाम के पीछे की कहानी बताते है…

शिमला मिर्च को कैप्सिकम (capscium) या बेल पेपर (bell pepper) नाम से भी जाना जाता है। इसे कई लोग स्वीट पेपर भी कहते हैं।

भारत से नहीं है शिमला मिर्च

इसका नाम भले ही शिमला मिर्च हो, लेकिन शिमला मिर्च भारतीय फसल नहीं है। दक्षिण अमेरिका महाद्वीप में यह सब्जी पाई जाती है और कई रिपोर्ट्स के अनुसार करीबन तीन हजार सालों से इसकी खेती की जा रही है।

भारत में शिमला मिर्च का आगमन

कई रिपोर्ट्स के मुताबिक, अंग्रेज जब भारत आए तो वे इसका बीज भी साथ लेकर आए। जब उन्होंने इसे इंटरड्यूस किया तो उस वक्त शिमला भारत की समर कैपिटल थी। अंग्रेजों ने इस मिर्च को शिमला की आस-पास की पहाड़ियों में उगाया और यहां काफी अच्छी फसल उगाई। अच्छी पैदावार के बाद इसे देश के अन्य इलाकों में भी भेजा जाने लगा। उस समय इसकी खेती सिर्फ शिमला में ही होती थी इसलिए इसका नाम शिमला मिर्च पड़ गया।

आज भारत के कई हिस्सों में भी शिमला मिर्च की खेती की जाती है। आपको बता दें कि वैसे देश के अन्य हिस्सों में लोग पॉलीहाउस की मदद से इसकी खेती करते है लेकिन अब कुछ किसान तो अलग-अलग तरीकों से खुले मौसम में भी इसकी खेती कर रहे हैं। किसान इस खेती की मदद से अच्छे पैसे भी कमा रहे हैं।

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