कंबोडिया: वास्तव में इस चुनाव ने कर दिया लोकतंत्र का अंतिम संस्कार

नोमपेन्ह। कंबोडिया में आम चुनाव के लिए रविवार सुबह से ही मतदान शुरू हो गया। इस बार चुनाव में देश के मौजूदा प्रधानमंत्री हून सेन के समक्ष किसी मुख्य विपक्षी पार्टी की चुनौती नहीं है। प्रधानमंत्री हून कंबोडियन पीपुल्स पार्टी(सीपीपी) के नेता हैं। उन्होंने यहां से 15 किलोमीटर दूर कंडाल प्रांत के टखमाऊ में सुबह मतदान किया।

कंबोडिया

देश की सर्वोच्च न्यायालय ने 2017 में कंबोडियन नेशनल रेस्क्यू पार्टी(सीएनआरपी) पर प्रतिबंध लगा दिया था। पार्टी पर सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंकने के लिए विदेशी लोगों के साथ षड़यंत्र रचने का आरोप था।

बता दें सीएनआरपी ने इस चुनाव के बहिष्कार की अपील की है।

19 उम्मीदवार हून सेन के खिलाफ लड़ रहे हैं, जिनमें से अधिकतर छोटी पार्टियों या नवनिर्मित पार्टियों के उम्मीदवार हैं। सून यहां 1985 से सत्ता पर काबिज हैं।

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कंबोडिया के कुल 83 लाख लोगों ने 125 संसदीय सीटों के लिए यहां अपराह्न् तीन बजे तक मतदान किया। अंतर्राष्ट्रीय पर्यवेक्षक इस चुनाव की आलोचना कर रहे हैं, और उन्होंने सीपीपी पर धांधली करने के आरोप लगाए हैं।

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ह्यूमन राइट वाच के एशिया के उपनिदेशक फिल रॉबर्टसन ने ट्वीट किया, “वास्तव में यह चुनाव कंबोडिया के लोकतंत्र का अंतिम संस्कार है।” संयुक्त राष्ट्र संघ ने अमेरिका और यूरोपीय संघ के साथ चुनाव की वैधता पर सवाल उठाए हैं। कंबोडिया सरकार ने हालांकि चुनाव में किसी तरह के कदाचार से इंकार किया है।

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