बॉर्डर संभालने वाले जवानों की सड़क पर लगा दी गई ड्यूटी

बॉर्डरनई दिल्ली। बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स के जवान सीमा पर मुस्तैद ही रहते हैं। हमेशा अपने दुश्मन की फिराक में नजरें गड़ाए। शिकार आया और कर दिया वहीं ढेर। अब आप सोचेंगे ये तो सब जानते हैं, इसमें नया क्या है। तो अगली तस्वीर जो हम दिखाने जा रहे हैं, उसमें नया ही है पर अच्छा बिल्कुल नहीं। बॉर्डर संभालने वाले जवानों को सड़क पर ड्यूटी देते नहीं देखा होगा। लेकिन ऐसा हुआ है।

वाघा बार्डर पर इन लंबे-चौड़े जवानों को रिट्रीट सेरेमनी में टीवी पर या सीमा जरूर देखा होगा। उस समय तो उनके मुंह से निकले भारत माता की जय और वंदे मातरम के नारे तो पाकिस्तान तक सुनाई पड़ते हैं। लेकिन चंडीगढ़ में इन जवानों को ट्रैफिक हवलदार की तरह खड़ा कर दिया रास्ता बताने के लिए।

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चंडीगढ़ में रविवार (19 नवंबर) को सड़क पर देश की सुरक्षा में खड़े होने वाले बीएसएफ जवानों को बीएसएफ के आईजी पीएस संधू की बेटी की शादी में आने वाले मेहमानों को रास्ता दिखाने के लिए तैनात कर दिया गया। आईजी बंगलुरु के सब्सिडरी ट्रेनिंग सेंटर में तैनात हैं।

इंडियन एक्सप्रेस में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, शादी के लिए जम्मू कश्मीर, बंगलुरु से 15 जवान खासतौर पर भेजे गए थे। चंडीगढ़ के आउटर में फॉरेस्ट हिल रिजॉर्ट (जहां शादी थी) से लेकर बाहर सड़क पर ये जवान बाकायदा वर्दी में तैनात किए गए थे। इनका काम मेहमानों को रास्ता बताना था। कुछ रिजॉर्ट के अंदर सेवाएं दे रहे थे। यही नहीं पंजाब पुलिस के करीब 25 जवान भी आईजी साहब की बिटिया की शादी के लिए तैनात थे।

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बीएसएफ के एक जवान ने बताया कि यहां बीएसएफ के डीजी को आना था, इसीलिए सुरक्षा के मद्देनजर उन्हें भेजा गया था। पर यहां तो उन्हें कुछ और ही काम दे दिया गया है।

मामले में आईजी के लाइजर ऑफिसर ने सफाई ज़रूर दी है। उन्होंने कहा कि बीएसएफ डीजी को यहां आना था, इसलिए जवानों को बुलाया गया है।

 

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