वाराणसी के पिंडरा बाजार में एंटी करप्शन टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए राजस्व निरीक्षक (कानूनगो) महेंद्र सिंह को 15,000 रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। आरोपी कानूनगो जमीन की पैमाइश करने के एवज में शिकायतकर्ता से रिश्वत मांग रहा था। उसे कैंट थाना ले जाया गया, जहां भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। यह घटना भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रशासन की सख्ती को दर्शाती है।

शिकायतकर्ता विजय कुमार, निवासी बरजी, थाना फूलपुर, ने 5 जून 2025 को वाराणसी मंडल के एंटी करप्शन कार्यालय में शिकायत दर्ज की थी। उन्होंने बताया कि अपनी मां सुगिया देवी के नाम पर भूमि की पैमाइश के लिए एसडीएम कार्यालय में आवेदन किया था। एसडीएम ने कानूनगो महेंद्र सिंह को पैमाइश का निर्देश दिया। जब विजय ने कानूनगो से पैमाइश के लिए संपर्क किया, तो उसने 15,000 रुपये की रिश्वत मांगी। गरीबी का हवाला देने पर भी कानूनगो ने बिना पैसे पैमाइश करने से इनकार कर दिया।
एंटी करप्शन की कार्रवाई
शिकायत मिलने के बाद भ्रष्टाचार निवारण संगठन के मुख्यालय से अनुमति लेकर वाराणसी की एंटी करप्शन टीम ने ट्रैप ऑपरेशन की योजना बनाई। 11 जून को महेंद्र सिंह ने विजय कुमार को 15,000 रुपये लेकर पिंडरा बाजार बुलाया। जैसे ही कानूनगो ने रुपये लिए, एंटी करप्शन टीम ने उसे रंगे हाथ धर दबोचा। टीम ने मौके पर रिश्वत की रकम बरामद की और आरोपी को गिरफ्तार कर कैंट थाना ले गई। पुलिस ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 और 13(1)(b) के तहत मामला दर्ज किया।