करारी हार के बाद लोकसभा में बिगड़ेगी भाजपा की सेहत? एक क्लिक में जानें गणित

नई दिल्ली: देश के अलग-अलग राज्यों से 4 लोकसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे आ रहे हैं. इन नतीजों में भाजपा पस्त और महागठबंधन मस्त जैसी बातें की जा रही हैं. अब ये देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा को कितना नुक्सान होगा और विपक्ष को कितना फायदा होगा.

भाजपा पस्त

बहरहाल, सबसे बड़ा सवाल यह है कि अगर इन सभी सीटों पर भाजपा की हार होती है तो लोकसभा में उसकी सेहत पर क्या असर पड़ेगा.

सरकार के सहयोगी दलों की कुल सीटों को देखें तो ये आंकड़ा 300 के पार है. वहीं, अगर एनडीए के साथियों के बगैर सिर्फ भाजपा की बात करें तो भी पार्टी के पास बहुमत का आंकड़ा है.

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लोकसभा की मौजूदा 536 में से बीजेपी के पास 272 सीटें हैं, जबकि सदन की 8 सीटें खाली हैं. इनमें से 4 सीटों के नतीजे आज आ रहे हैं, जिनमें बीजेपी 3 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. नगालैंड की एक सीट पर बीजेपी पीडीए को समर्थन कर रही है.

आज के नतीजों के बाद भले ही सीटों की संख्या 540 हो जाएगी और बीजेपी तीनों सीट हार भी जाती है फिर भी उसके पास बहुमत के लिए जरूरी 271 सीटों से एक सीट ज्यादा ही होगी.

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लोकसभा की जिन 4 सीटों के नतीजे आ रहे हैं उनमें से 3 सीटों पर बीजेपी का ही कब्जा था. उधर, इस उपचुनाव में विपक्षी एकजुटता की भी परीक्षा है.

2014 के बाद से देश में लोकसभा की 21 सीटों के लिए उपचुनाव हुए हैं. इनमें से 11 सीटें बीजेपी के कब्जे में थीं, अब इनमें से महज चार सीटें ही बीजेपी के पास बची हैं.

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