कासगंज हिंसा : योगी सरकार के बचाव में उतरे ‘बीजेपी अध्यक्ष’, कही बड़ी बात
लखनऊ। कासगंज में गणतंत्र दिवस के मौके तिरंगा यात्रा के दौरान हुई हिंसा और आगजनी की घटना को लेकर विपक्ष के निशाने पर लगातार सूबे की योगी सरकार बनी हुई है। वहीँ सरकार के बचाव में यूपी बीजेपी अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडे आगे आए हैं।
महेंद्र नाथ पांडे का कहना है कि योगी सरकार जिम्मेदारी के साथ काम कर रही है। यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण थी। उत्तर प्रदेश एक बड़ा राज्य है फिर भी चार मुख्य आरोपी को 48 घंटों में गिरफ्तार किया गया। अन्य उपद्रवियों को भी गिरफ्तारी जारी है। कासगंज की स्थिति अब नियंत्रण में है।
Yogi govt is working with responsibility. The incident was unfortunate, #UttarPradesh is a large state. Still, four main accused were arrested in 48 hours. Other miscreants were also arrested. Situation is now under control: UP BJP Chief Mahendra Nath Pandey on #KasganjClashes pic.twitter.com/PJ4UjHzJ35
— ANI UP (@ANINewsUP) January 29, 2018
स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा “रिपोर्ट्स देखी हैं कि अब दुकानें खुल रही और स्थित सामान्य हो गई है।” वहीँ यूपी के राज्यपाल राम नाईक ने कासगंज की घटना को उत्तर प्रदेश के लिए कलंक बताया है। सरकार उसकी जांच कर रही है।
Have seen reports that shops are opening now and situation is returning to normalcy. It is a good sign: UP Minister Sidharth Nath Singh on #KasganjClashes pic.twitter.com/1iEqr4uZAv
— ANI UP (@ANINewsUP) January 29, 2018
उन्होंने कहा कि सरकार को ऐसे कदम उठाने चाहिए जिससे दोबारा ऐसा कुछ ना हो। गौरतलब है कि कासगंज हिंसा पर राज्यपाल का यह बयान योगी सरकार के लिए एक कड़ा संदेश साबित हो सकता है।
हिंसा के दोषियों की गिरफ़्तारी
पुलिस द्वारा रविवार रात जारी बयान के मुताबिक कासगंज हिंसा मामले में अब तक कुल 112 लोग गिरफ्तार किए गए हैं। इनमें से 31 अभियुक्त हैं, जबकि 81 अन्य को एहतियातन गिरफ्तार किया गया है। हिंसा के मामले में अब तक 5 मुकदमे दर्ज किए गए हैं। इनमें से 3 कासगंज के कोतवाल की तहरीर पर पंजीकृत हुए हैं।
गिरफ्तार लोगों ने स्वीकार की साजिश की बात
गिरफ्तार किये गए कुछ आरोपियों का कहना है कि माहौल को हिंसा का रूप देने के लिए आगजनी की जा रही थी। वहीँ चन्दन के हत्यारोपियों को स्थानीय नेताओं द्वारा संरक्षण दिए जाने की बात भी सामने आई है। हिंसा फ़ैलाने वालों पर रासुका लगाने की तैयारी हो रही है। इसमें दोनों पक्षों की तरफ से आगजनी और तोड़फोड़ करने वालों की गिरफ़्तारी की गई है।
20 लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान
हालात सामान्य करने के लिए सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद मोर्चा संभाले हुए हैं। उन्होंने रविवार को कासगंज के मुद्दे को लेकर DGP और मुख्य सचिव के साथ बैठक की। बैठक के बाद योगी सरकार की ओर से मृतक चंदन गुप्ता के परिजनों को 20 लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया गया।
गौरतलब है कि गणतंत्र दिवस के मौके पर उत्तर प्रदेश के कासगंज में दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प हो गई थी। पुलिस ने इस मामले में अब तक 112 लोगों को गिरफ्तार किया है। लिहाजा अब कर्फ्यू हटा लिया गया है। इलाके पर ड्रोन कैमरों की मदद से नजर रखी जा रही है।