भाजपा विधायक के दुष्कर्म कांड ने लिया नया मोड़, खुल गई पीड़िता के चाचा की पोल
रिर्पोटर-विपिन कुमार-उन्नाव
उन्नाव। जिले के बहुचर्चित भाजपा विधायक कुलदीप सेंगर दुष्कर्म कांड ने नया मोड़ ले लिया है। पीड़िता के नाम पर सब की सहानुभूति लेने वाले पीड़िता के चाचा की पोल खुल गई है। सरकार और न्यायालय का दुरूपयोग करने वाला चाचा अब पुलिस की जांच में फंस गया है।
गैंगरेप प्रकरण में सीबीआई का मुख्य गवाह यूनुस के परिवार के लोगों को पता ही नहीं कि यूनुस इस केस में गवाह है। मामले में यूनुस की पत्नी ने पति की मौत पर राजनीति न करने की अपील की है और किसी भी पोस्टमार्टम से साफ इंकार किया है। अब मामले की जांच में पुलिस जुट गई है।
उन्नाव में विधायक कुलदीप सिंह सेंगर गैंगरेप प्रकरण में एक के बाद एक नए प्रकरण सामने आ रहे हैं। अब 18 अगस्त को सीबीआई मामले के मुख्य गवाह यूनुस की मौत हो गयी।
यूनुस के परिजनों ने उसे दफना दिया था ठीक 20 अगस्त को बिना परिजनों से मिले और बिना उनकी सहमति के रेप पीड़िता के चाचा महेश ने एसपी को एक प्रार्थना पत्र दिया कि यूनुस की हत्या बीजेपी विधायक के इशारे पर की गई इसलिए शव को कब्र से निकलकर उसका पोस्टमार्टम कराया जाए साथ ही विधायक पर एक और मुकदमा लिखा जाए।
यूनुस की मौत पर राजनीति दलों ने रोटियां सेंकनी शुरू कर दी है, वहीं परिवार के लोगों ने मौत की वजह बीमारी बताई है। यूनुस की पत्नी ने बताया कि उन्हें पता ही नहीं कि उन्नाव प्रकरण में उनके पति मुख्य गवाह थे।
उनकी मौत के बाद मीडिया और पुलिस के माध्यम से पता चला कि वह गैंगरेप मामले में गवाह थे। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से किसी भी तरह की सियासत न करने की अपील की है। उनका कहना है कि यूनुस की मौत लिवर डैमेज होने से हुआ है।
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उनका लंबे समय से इलाज़ चल रहा था। यूनुस की मौत के मामले में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी सवाल उठाए । घटना के बाद पुलिस माखी गांव पहुँची थी जहां शव को कब्र से बाहर निकाल पोस्टमार्टम कराने की बात कही गयी लेकिन परिजनों और गांव के लोगों ने इससे इनकार कर दिया है।
यूनुस की पत्नी ने बताया कि जिस दिन यूनुस की मौत हुई थी उसके बाद महेश सिंह आया था और 8 लाख रुपये सरकारी फण्ड और 8 लाख रुपये अपने पास से देने का लालच दिया और एक कागज़ पर हस्ताक्षर करने का दबाव डालने लगा। वहीं उन्नाव के एसपी हरीश कुमार ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है, अगर रुपये देकर हस्ताक्षर करने का लालच दिया गया है तो संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।