
फिल्म कबीर सिंह से दर्शकों में एक आशिक और उसकी आशिकी के जुनून को नई परिभाषा देने वाले शाहिद कपूर आज अपना 39वां जन्मदिन मना रहे हैं. अपने अभिनय और कमाल के डांस से उन्होंने अपने फैंस के दिलों में एक अलग जगह बनाई है. आज वो जिस मुकाम पर हैं उसका सारा श्रेय उनकी मेहनत और लगन को जाता है. करीब 30 फिल्मों में नजर आने के बाद आज इंडस्ट्री में शाहिद का नाम उस मुकाम पर है जब लोग पोस्टर पर उनका नाम देखकर सिनेमाघर खींचे चले जाते हैं.
लेकिन उनको ये कामयाबी रातों-रात नहीं मिली है, बल्कि उनकी सालों की मेहनत का नतीजा है. अब मंजर ये है कि दर्शक उनकी फिल्म आने का बेसब्री से इंजतार करते हैं. उनकी कुछ फिल्में जैसे कबीर सिंह, कमीने, चुप चुप के, हैदर, जब वी मेट, उड़ता पंजाब में इनके अभिनय को बहुत सराहा गया है. चॉकलेट बॉय से एंग्री मैन तक के उनके सफ़र में कई उतार-चढ़ाव आए. इन दिनों ‘जर्सी’ की शूटिंग में व्यस्त शाहिद कपूर ने दर्जनों किरदारों से दर्शकों की वाह वाही लूटी है.
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जैसे हर बच्चे को अपने जन्मदिन पर ये जानने की इच्छा होती है कि उसे गिफ्ट में क्या मिलेगा, कुछ ऐसा ही हाल हुआ करता था शाहिद कपूर का. शाहिद कपूर को अपने बर्थडे से जुड़ी कई कहानियां याद हैं जिसको जान आभ भी कहेंगे कि शाहिद कपूर कितने शैतान हुआ करते थे.
उन्होंने बताया कि बचनप में वो अपना बर्थडे कैसे सेलिब्रेट किया करते थे. शाहिद की माने तो वो गिफ्ट के काफी शौकीन थे. उन्हें रंग बिरंगे गिफ्ट काफी आकर्षित किया करते थे.
अपने बचपन की कहानी शेयर करते हुए शाहिद कहते हैं, ‘बचपन में मैं मेहमानों के हाथ से गिफ्ट छीन कर भाग जाया करता था. मेरी मां कई बार मेरी हरकतों के चलते शर्मिंदा हुआ करती थीं लेकिन मैं कभी बदला नहीं. वो मुझे मेहमानों से माफी मांगने को कहा करती थीं लेकिन मैं तो उन रंग-बिरंगे गिफ्ट को ही देखता रहता था’.
अब शाहिद जरूर बचपन में ऐसी मस्ती करते थे लेकिन वो नहीं चाहते कि उनके बच्चे भी ऐसा करें. उनके मुताबिक उन्होंने जरूर बचपन में ये मस्ती की हो लेकिन वो चाहते हैं कि मीशा और जैन ये सब ना करें.