
बॉलीवुड में नई जनरेशन की एक्ट्रेस में अभिनेत्री श्रद्धा कपूर ने दर्शकों के बीच अपनी एक अलग पहचान बनाई है. अपनी एक्टिंग और डांस के टैलेंट से उन्होंने कई लोगों का दिल जीता है. हैदर, आशिकी 2, स्त्री जैसी कई दमदार फिल्मों में अहम किरदार निभा कर उन्होंने अपनी एक्टिंग का परिचय दिया है. 2016 में फोर्ब्स एशिया की 30 साल से कम उम्र की 30 दमदार महिलाओं की सूची में शामिल रहीं श्रद्धा कपूर को अपने काम के लिए अब तक अलग-अलग कैटेगरी में 29 अलग-अलग पुरस्कारों के लिए नामित किया जा चुका है. आज वो अपना 33वां जन्मदिन मना रहीं है, इस मौके पर जानते हैं उनके जीवन के बारेल में…

श्रद्धा ने 2010 में आई फिल्म ‘तीन पत्ती’ से हिंदी सिनेमा में कदम रखा था। इस फिल्म में अमिताभ बच्चन मुख्य भूमिका में हैं। ‘तीन पत्ती’ ने कुछ बहुत बड़ा काम नहीं किया, और ना ही इस फिल्म में श्रद्धा को बहुत सराहा गया। क्योंकि उनका किरदार बहुत ही छोटा था। यहां खास बात यह है कि अमिताभ बच्चन श्रद्धा कपूर के पसंदीदा कलाकार हैं, और उनके करियर की शुरुआत भी अमिताभ बच्चन के साथ हुई है।
श्रद्धा के पिता शक्ति कपूर भी एक फिल्मी कलाकार हैं। इसलिए उनका रहना भी मुंबई में ही हुआ और श्रद्धा का जन्म मुंबई में हुआ। श्रद्धा का ननिहाल मराठी परिवार में है, इसलिए श्रद्धा की परवरिश भी मराठियों जैसी हुई है। वह धड़ल्ले से मराठी बोलती हैं.
श्रद्धा कपूर बचपन में जब खेलने निकलती थीं लोग उन्हें लड़का ही समझते थे। ऐसा इसलिए क्योंकि उनकी बोलचाल और हाव भाव भी लड़कों जैसे ही होते थे। वह सबसे ज्यादा लड़ाई भी लड़कों के साथ ही करती थीं।
श्रद्धा बचपन से ही कलाकार बनना चाहती थीं। श्रद्धा की निर्देशक डेविड धवन के बेटे वरुण धवन से पहली मुलाकात ऐसी ही एक फिल्म की शूटिंग के दौरान ही हुई। दोनों एक दूसरे के साथ खेलते-खेलते दोस्त बन गए। दोनों एक टॉर्च को कैमरा बनाते और उसके सामने बारी-बारी से हिंदी फिल्मों के संवादों का अभ्यास करते। गोविंदा के गानों पर दोनों साथ में डांस भी किया करते थे।
श्रद्धा का शुरुआती पढ़ाई मुंबई के जमनाबाई नरसी स्कूल से हुई लेकिन 15 साल की उम्र में उन्हें अमेरिकन स्कूल ऑफ बॉम्बे में दाखिला दिलवा दिया गया। वहां उनकी मुलाकात सुनील शेट्टी की बेटी अथिया शेट्टी और जैकी श्रॉफ के बेटे टाइगर श्रॉफ से हुई। श्रद्धा यहां फुटबॉल और वॉलीबॉल के खेल में हिस्सा लिया करती थीं।
श्रद्धा कपूर को मनोविज्ञान का अच्छा ज्ञान रहा है। उनका दाखिला भी बोस्टन यूनिवर्सिटी हुआ लेकिन श्रद्धा ने अपनी पढ़ाई पहले ही साल में छोड़ दी। फिल्म निर्माता अंबिका हिंदूजा ने श्रद्धा को फेसबुक पर देखा। उन्हें श्रद्धा पसंद आईं इसलिए उन्होंने अपनी फिल्म में काम करने के लिए श्रद्धा को भारत बुला लिया। ये फिल्म ‘तीन पत्ती’ थी जिसमें अमिताभ बच्चन के साथ श्रद्धा को पहला मौका मिला।
फिल्म ‘तीन पत्ती’ से पहले श्रद्धा को एक और फिल्म ऑफर हुई थी। श्रद्धा जब 16 साल की थी, तब स्कूल के एक नाटक में उसकी प्रस्तुति देखने के बाद सलमान खान ने श्रद्धा को एक फिल्म ऑफर की थी। श्रद्धा तब एक मनोवैज्ञानिक बनना चाहती थी इसलिए उन्होंने इस ऑफर को ठुकरा दिया।
आपने श्रद्धा का पर्दे पर जितना अच्छा अभिनय देखा है, उतने ही कर्णप्रिय गीत भी सुने होंगे। उनकी आवाज बहुत सुरीली है और वह बचपन से ही गाती रही हैं। इस कपूर परिवार का गहरा नाता मंगेशकर परिवार से भी रहा है, इसलिए सुर तो इनको विरासत में मिले हैं।