Birthday 2019: इस एक्टर की हीरो बनकर नहीं विलेन बनकर हुईं फिल्में हिट
जब बॉलीवुड में बात विलेन्स की हो तो कुछ एक्टर्स ऐसे हैं जिनका नाम जहन तुरंत आ जाता है. इनमें से एक हैं प्रेम चोपड़ा जिनका डायलॉग ‘प्रेम नाम है, मेरा…प्रेम चोपड़ा’ आज भी लोगों की जुबान से गया नहीं है. एक्टर प्रेम चोपड़ा आज यानि 23 सितंबर को अपना जन्मदिन मना रहे हैं. ऐसे खास मौके पर जानते हैं उनकी जिंदगी से जुड़ी कुछ अनजानी बातें…
प्रेम कहते हैं कि अगर मेरी हीरो के तौर पर फिल्में सफल हो जाती तो मैं भी हीरो होता. जब मैं विलेन बना तो वो फिल्में खूब हिट हो गई और इसलिए मैं विलेन बन गया. भारत विभाजन के बाद प्रेम का परिवार शिमला आ गया था और उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई वहीं से पूरी की. इसके बाद उन्होंने पंजाब विश्वविद्यालय से स्नातक की शिक्षा पूरी की. यही वह दौर था जब वह अपने कॉलेज में एक्टिंग करते थे.
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ग्रेजुएशन करने के बाद प्रेम चोपड़ा ने ठान लिया कि वह फिल्म इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाएंगे. उनके पिता चाहते थे कि वे डॉक्टर बने लेकिन प्रेम अपने फैसले पर अडिग रहे. अपने सपने को पूरा करने के लिए वह मुंबई आ गए.
गुजर बसर करने के लिए वो एक इंग्लिश अखबार के सर्कुलेशन डिपार्टमेंट में नौकरी करने लगे. इस बीच उन्हें पहला ब्रेक साल 1960 में फिल्म मुड़ मुड़ के ना देख के लिए मिला. लेकिन फिल्म कुछ कमाल नहीं दिखा पाई. इसके बाद उन्होंने पंजाबी फिल्म चौधरी करनेल सिंह में एक्टिंग की जो सफल हुई.
प्रेम को फिल्म ‘वो कौन थी’ से बड़ी पहचान मिली. राज खोसला के निर्देशन में बनी इस फिल्म में उन्होंने नेगेटिव रोल किया था जिसे लोगों से तारीफे मिलीं. बॉक्स ऑफिस पर फिल्म सफल रही और फिर उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा.
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साल 1965 में प्रेम की फिल्म शहीद रिलीज हुई. देश भक्ति लबरेज इस फिल्म में उन्होंने अपने किरदार से दर्शकों का दिल जीत लिया. इसके बाद उन्होंने तीसरी मंजिल और मेरा साया जैसी फिल्मों में एक्टिंग की. इन फिल्मों में उनके अभिनय के विविध रूप देखने को मिले.
एक इंटरव्यू के दौरान प्रेम ने कहा था कि मेरी शुरुआती सफलताओं का असर था कि हर कोई चाहता था कि उनकी फिल्म में प्रेम चोपड़ा ही हो और वो भी नेगेटिव किरदार में.