
पटना के तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब गुरुद्वारा को 9 सितंबर को बम से उड़ाने की धमकी मिली है, जिसने बिहार की राजधानी में हड़कंप मचा दिया है। यह धमकी गुरुद्वारा की आधिकारिक ई-मेल आईडी पर भेजे गए एक मेल के जरिए दी गई, जिसमें लिखा था, “लंगर हॉल में 4 RDX रखे हैं।”

मेल में पाकिस्तान जिंदाबाद और ISI जिंदाबाद जैसे नारे भी शामिल थे, साथ ही कई नेताओं और संगठनों का जिक्र किया गया था। इस घटना ने सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर ला दिया है।
धमकी का विवरण
धमकी भरे ई-मेल में खुद को “Vanniyar Pundai Ramadoss” बताने वाले प्रेषक ने सनसनीखेज दावे किए। मेल में राजीव गांधी, एम. करुणानिधि, और एमके स्टालिन जैसे नेताओं का नाम लिया गया, साथ ही IED (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) और RDX से गुरुद्वारा को उड़ाने की चेतावनी दी गई। मेल में गुरुद्वारा कर्मचारियों और श्रद्धालुओं को तत्काल बाहर निकालने की सलाह दी गई थी। यह धमकी अमृतसर के स्वर्ण मंदिर (श्री हरिमंदिर साहिब) को पिछले दो महीनों में मिली 20 से अधिक धमकियों की कड़ी में नवीनतम है, जिनमें से ज्यादातर जुलाई 2025 में शुरू हुई थीं।
पटना पुलिस और बम निरोधक दस्ते ने तत्काल कार्रवाई शुरू की। गुरुद्वारा परिसर की गहन तलाशी ली गई, लेकिन कोई विस्फोटक नहीं मिला। बिहार पुलिस की साइबर सेल और खुफिया टीमें डार्क वेब के जरिए भेजे गए इस मेल की जांच कर रही हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि धमकी देने वाले डार्क वेब का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिसके कारण उनकी पहचान करना चुनौतीपूर्ण है।
पंजाब की धमकियों से समानता
यह धमकी अमृतसर के स्वर्ण मंदिर को 14 जुलाई 2025 से शुरू हुई पांच धमकियों से मिलती-जुलती है। उन धमकियों में भी RDX और लंगर हॉल को निशाना बनाने की बात कही गई थी। अमृतसर पुलिस ने एक 24 वर्षीय सॉफ्टवेयर इंजीनियर शुभम दुबे को फरीदाबाद, हरियाणा से गिरफ्तार किया था, लेकिन जांच में दक्षिणी राज्यों, खासकर तमिलनाडु, से संबंधों की संभावना सामने आई थी। शुभम के डिवाइस जब्त किए गए, और साइबर फोरेंसिक जांच में पता चला कि मेल का मकसद सनसनी फैलाना और ध्यान आकर्षित करना था।
पटना की धमकी में भी समान पैटर्न देखा गया, जिसमें राजनीतिक और धार्मिक भावनाओं को भड़काने की कोशिश की गई। मेल में दक्षिणी राज्यों के नेताओं और संगठनों का जिक्र संदेह पैदा करता है कि यह एक सुनियोजित साजिश का हिस्सा हो सकता है। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (SGPC) ने इसे सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश बताया।
सुरक्षा और जांच
पटना पुलिस ने गुरुद्वारा परिसर और आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा कड़ी कर दी है। बम निरोधक दस्ते, विशेष संचालन समूह (SOG), और SWAT टीमें तैनात की गई हैं। पुलिस आयुक्त ने लोगों से शांति बनाए रखने और संदिग्ध गतिविधियों की सूचना देने की अपील की है। साइबर क्राइम विंग डार्क वेब और ई-मेल ट्रेल्स की जांच में केंद्रीय एजेंसियों के साथ समन्वय कर रही है।
इससे पहले, अगस्त 2025 में बिहार पुलिस को खुफिया जानकारी मिली थी कि तीन जैश-ए-मोहम्मद आतंकवादी (हसनैन अली, आदिल हुसैन, और मोहम्मद उस्मान) नेपाल के रास्ते बिहार में दाखिल हुए थे। इनके फोटो और विवरण सभी जिला पुलिस को भेजे गए थे, और अररिया जैसे सीमावर्ती क्षेत्रों में निगरानी बढ़ाई गई थी। हालांकि, इस धमकी से उनका सीधा संबंध स्थापित नहीं हुआ है।
सामाजिक और धार्मिक प्रभाव
तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब सिख धर्म के पांच तख्तों में से एक है और गुरु गोबिंद सिंह जी का जन्मस्थान है। इस धमकी ने सिख समुदाय में आक्रोश और चिंता पैदा की है। SGPC ने इसे धार्मिक स्थलों पर हमले की साजिश करार दिया और केंद्र व राज्य सरकारों से कठोर कार्रवाई की मांग की। अकाल तख्त के कार्यवाहक जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गरगज ने कहा, “ऐसी धमकियां सिखों की आस्था और सामाजिक एकता पर हमला हैं।”