जिसका डर था वही हुआ, रिजल्ट से पहले बिहार बोर्ड में हो गया कांड!
पटना: जहां एक ओर बिहार 10वीं बोर्ड परीक्षा में भाग लेने वाले छात्र बुधवार को रिजल्ट का इन्तजार कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर 42 हजार कॉपियां गायब होने से सनसनी मच गई है. बिहार के नवादा से 42 हजार कॉपियां जांच के लिए गोपालगंज भेजी गई थीं लेकिन ये अब कहां हैं कोई नहीं जानता.
बिहार 10वीं बोर्ड में बड़ा कारनामा
भला हो परीक्षा समिति का जिसने 12 टॉपर छात्रों की कॉपी जांच के लिए मंगवाई नहीं तो इन 42 हजार कॉपियों के गायब होने की भनक तक नहीं लगती. खबर मिलते ही परीक्षा महकमे में हड़कंप मचा हुआ है तो वहीं डीएम के आदेश पर कॉपियां गायब होने को लेकर एफआईआर दर्ज हुई है.
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इस घटना से परीक्षा के नतीजे जारी होने को लेकर भी संशय की स्थिति बन गई है. परेशानी यह है कि रिजल्ट जारी होने के बाद अगर कोई परीक्षार्थी अपनी कॉपी की दोबारा जांच के लिए आवेदन करेगा तो उसकी क्रॉस चेकिंग कैसे होगी?
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दो दिन पहले ही बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष ने दावा किया था कि दसवीं के नतीजों में बारहवीं की तरह गड़बड़ी नहीं होने दी जाएगी.
बिहार में 10वीं की बोर्ड परीक्षा का आयोजन 21 फरवरी से 28 फरवरी के बीच किया था. साथ ही प्रेक्टिकल परीक्षाएं 22 जनवरी से 24 जनवरी के बीच करवाई गई थीं.