
बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले आलू, प्याज और टमाटर की कीमतों की उछाल ने सरकार की धड़कनें बढ़ा दी हैं। सरकार ने प्याज के निर्यात पर रोक लगातर बढ़ती हुई कीमतों को नियंत्रित करने की कोशिश की है। हालांकि आलू और टमाटर की कीमतों पर रोक लगाने को लेकर फिलहाल कोई तंत्र दिखाई नहीं दे रहा है।

वहीं चुनावी माहौल में सरकार की मुश्किलें इसलिए भी बढ़ रही हैं क्योकि विपक्ष ने अब महंगाई को सियासी मुद्दा बनाना शुरु कर दिया है। आपको बता दें कि आवश्यक वस्तुओं की कीमतों का नियंत्रण रखने की जिम्मेदारी केंद्रीय उपभोक्ता मंत्रालय के पास है। अभी मौजूदा समय में इस मंत्रालय का प्रभार लोकजनशक्ति पार्टी के नेता रामविलास पासवान के पास है। लिहाजा आगामी चुनाव में विपक्ष के नेता इस मुद्दे पर लोजपा को घेरने की पूरी कोशिशें करेंगे।
कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप के बीच जिस तरह से इन कीमतों में इजाफा हो रहा है उससे लोग मुश्किलों का सामना कर रहे हैं। आपको बता दें कि उपभोक्ता मंत्रालय की सचिव लीना नंदन के अनुसार प्याज की बढ़ती कीमतों पर रोक लगाने को लेकर निर्यात पर रोक लगा दी गयी है। हालांकि इस बीच मंत्रालय की ओर से दूसरे कदम भी उठाए जा रहे हैं।