Bihar: जेल में कैदी की मौत से लोगों में गुस्सा, उग्र हुई भीड़, महिला पुलिस कर्मी की मौत
बिहार के जहानाबाद जिले में परस बीघा थाना क्षेत्र के नेहालपुर के समीप सड़क जाम कर रहे लोगों ने शनिवार को एक बड़ी घटना को अंजाम दे दिया। जाम की सूचना मिलते पर नगर थाने के साथ-साथ परसविगहा और शकूराबाद थाने की पुलिस पहुंची। पुलिस कर्मी लोगों को समझाने बुझाने में जुटी थी। लेकिन उग्र भीड़ ने पुलिस पर हमला कर दिया। रोड़ेबाजी के साथ फायरिंग भी की गई। लेकिन भीड़ शांत नहीं हुई और पुलिस कर्मियों को अपनी भलाई के लिए वहां से भागना पड़ा। इस क्रम में भीड़ में फंसी एक महिला हवलदार शांति देवी (57) पर रोड़े-पत्थर चलाने लगे। किसी तरह उनसे जान बचाकर भागने के क्रम में किसी वाहन की चपेट में आने से शांति देवी की मौत हो गई।
उग्र लोगों ने पुलिस की गाड़ी को भी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया। टना से सनसनी फैल गई है। इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। महिला हवलदार खगड़िया जिले की रहने वाली थीं।
एसडीपीओ एके पांडेय ने बताया कि उग्र भीड़ ने ईंट-पत्थर के साथ हथियारों से हमला कर दिया। उनलोगों ने फायरिंग भी की। बचाव में पुलिस को भी हवाई फायरिंग करनी पड़ी। हमले में कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। उनका इलाज कराया जा रहा है। दोषियों की पहचान की जा रही है।
एसपी दीपक रंजन ने बताया कि अभी पांच उपद्रवियों को गिरफ्तार किया गया है। वीडियो फुटेज खंगाला जा रहा है। उसके आधार पर गिरफ्तारी होगी। पुलिस के साथ इस तरह का व्यवहार करने वाले एक भी दोषी बचेंगे नहीं। उन्होंने बताया कि भीड़ के हमले के दौरान भागते समय दुर्घटना में महिला हवलदार की मौत हुई है।
बता दे, परस बीघा थाना के सरसा निवासी गोविंद मांझी को शराब मामले में पुलिस ने 19 जुलाई को गिरफ्तार किया था। उसे औरंगाबाद जिले के दाउदनगर उपकारा में रखा गया था। वहां देर रात उसकी मौत हो गई। बताया गया कि गुरुवार को वह बीमार पड़ा और अनुमण्डल अस्पताल दाउदनगर में उसका इलाज शुरू हुआ था। शुक्रवार को सब कुछ ठीक रहा लेकिन रात 12:30 बजे उसकी तबीयत अचानक खराब हुई। लगभग 1:30 रात में उसकी मौत हो गई। अनुमंडलीय अस्पताल में उसकी मौत के बाद वहां से शव लेकर लौटे लोगों ने सड़क जाम कर दिया।