होम लोन की भरने में आ रही है दिक्कते, तो अपनाएं ये तरीका दूर हो जाएंगी परेशानीया

( रितिक भारती )

आम तौर पर आप घर/फ्लैट खरीदने, प्लाट या कंस्ट्रक्शन/रिनोवेशन के लिए होम लोन लेते हैं। कई बार होम लोन मकान को बढ़ाने या रिपेयर करने के लिए भी लिया जाता है अगर आपके पास घर खरीदने के लिए रकम नहीं है तो बैंक या नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनियां (NBFC) आपको लंबी अवधि का कर्ज देती हैं। मासिक क़िस्त के रूप में एक निश्चित रकम बैंक या NBFC को चुकाते हुए आप 10, 20 या 30 साल की अवधि में कर्ज की मूल रकम और ब्याज को लौटा देते हैं।

इसका मतलब है कि जब तक आप पूरी लोन एमाउंट चुका नहीं देते हैं, तब तक लेंडर आपकी प्रॉपर्टी का मालिक होता है। यदि आप लगातार तीन महीनों के लिए अपनी EMI से चूक जाते हैं, तो लोन देने वाली बैंक या कंपनी आपको रिमाइंडर भेजेगी। फिर भी अगर आप अपना बकाया चुकाने में असमर्थ हैं, तो सरफेसी अधिनियम 2002 के कानून द्वारा बकाया एमाउंट की वसूली के लिए कर्जदाता आपकी संपत्ति की नीलामी की प्रक्रिया शुरू कर सकता है और आपको डिफॉल्टर घोषित कर सकता है। इसके बाद आपका क्रेडिट स्कोर गिर जाएगा, जिससे आपको भविष्य में काफी दिक्कतें होंगी। आज इस वर्तामान समय में कई तरह की लोन बीमा योजनाएं चल रही है। जो आपकी ईएमआई को छोटी अवधि के लिए कवर कर सकती हैं। यानी अगर आप होम लोन लेते हैं, तो इसका बीमा भी करवा सकते हैं। वहीं, नौकरी जाने पर बीमा आपको उपयोगी लगेगा, लेकिन आपको पूरा लोन चुकाने के लिए कुछ और तरीका अपना पड़ेगा।

  1. इमरजेंसी फंड आपको ईएमआई चुकाने और डिफॉल्ट होने से बचाने में मदद कर सकता है। आय की कमी आपके होम लोन के भुगतान में बाधा हो सकती है। वहीं, मान लीजिए कि आपकी नौकरी चली जाती है या आय बंद हो जाती है तो आपको इस समस्या का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए, यह सलाह दी जाती है कि इमरजेंसी के लिए पैसों को निवेशित रखें, ताकि जरूरत के समय काम आ सके। 
  2. अगर आपके आय और बचत दोनों नहीं है और आप कर्ज चुकाने में असमर्थ हैं, तो आप कुछ नकदी जुटाने के अन्‍य विकल्‍प तलाश सकते हैं। आप सोना, कार, इलेक्ट्रिॉनिक्‍स, पीपीएफ का पैसा आदि चीजों का निपटारा कर कर्ज चुका सकते हैं। 
  3. अगर फिर भी इन तरीकों से बात न बनें तो, आप अपने कर्जदाता से संपर्क करें और अपनी स्थिति से अवगत कराएं। आप उन्हें अपना ट्रैक रिकॉर्ड दिखाएं। कर्जदाता के मानने पर आप उससे और समय ले सकते हैं। आप लोन की ईएमआई को लंबे समय के लिए कराकर ईएमआई घटवा भी सकते हैं।4-
  4. अगर आप कुछ वाजिब कारणों से EMI पेमेंट नहीं कर पा रहे हैं तो आपको अपने लेंडर से भी बात करना चाहिए। आप लेंडर से रिक्वेस्ट कर कोशिश कर सकते हैं कि वो कुछ समय पर लोन रिपेमेंट शुरू करे। इसके लिए लेंडर को मनाने के लिए आपको पिछले ये रिकॉर्ड दिखाना जरूरी होगा कि आपने पिछले लोन का रिपेमेंट समय पर किया था। केस-टू-केस आधार पर आपकी क्रेडिट हिस्ट्री के आधार पर आपकी मौजूदा परेशानियों को देखने के बाद लें कुछ विकल्प दे सकता है।
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