बांदा: 50 लोगों से भरी नाव पलटी, 32 लोग लापता, प्रशासन की लापरवाही पड़ी भारी

Pragya mishra

यूपी के बांदा में केन और यमुना नदी के उफान पर होने के बावजूद भी प्रशासन अलर्ट नहीं हुआ। बता दें कि गुरुवार को प्रशासन की लापरवाही लोगो पर भारी पड़ गई।जिसके कारण 50 लोगों से भरी एक नाव पलट गई जिसमें तीन की मौत मौके पर हो गई और 32 लाेग अभी भी लापता हैं।

बता दें कि उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में प्रशासन की एक बड़ी लापरवाही सामने आई, जिसके कारण 50 लोगों से भरी एक नाव पलट गई जिसमें तीन की मौत मौके पर हो गई और 32 लाेग अभी भी लापता हैं। बता दें कि केन और यमुना नदी के उफान पर होने के बावजूद प्रशासन अलर्ट नहीं हुआ। इससे पहले भी कई घटनाएँ हो चुकी हैं लेकिन इन घटनाओं से भी कोई सबक नहीं लिया। मई में डीएम ने बाढ़ की तैयारियों से संबंधित बैठक मेंआदेश दिए थे लेकिन इसका भी कहीं पालन नहीं किया गया। नदी घाटों पर नाव व स्टीमर आदि व्यवस्था नहीं की गई और न ही जलस्तर बढ़ने पर कोई चेतावनी बोर्ड लगाया गया।

बता दें कि गोताखोरों की व्यवस्था भी नहीं की गई। गुरुवार को प्रशासन की लापरवाही लोगो पर भारी पड़ गई जिसके कारण 50 लोगों से भरी एक नाव पलट गई जिसमें तीन की मौत मौके पर हो गई और 32 लाेग अभी भी लापता हैं। नाव में तीन बाइकें और छह साइकिलें भी रखी थीं। हालांकि प्रशासन 17 लोगों के लापता होने की बात स्वीकार कर रहा है। 15 लोग तैरकर बाहर आ गए।

बताया जा रहा हैे कि पहले भी कई घटनाएं हो चुकीं है।जनपद केन व यमुना नदी पार कर सैकड़ों लोग आते जाते हैं। 1995 में इसी मर्का क्षेत्र में यमुना नदी पर नाव पलटने से छह लोगों की मौत हो गई थी। वहीं, 2019 में खप्टियां में केन नदी में नाव पलटने से पांच लोग डूब गए थे, जिसमें नाविक सहित दो लोगों को बचा लिया गया था, तीन की मौत हो गई थी। इसके बाद भी नाव पलटने की कई छोटी छोटी घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन अफसरों ने कोई सबक नहीं लिया।

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