
एशिया कप 2025 का फाइनल मुकाबला 28 सितंबर 2025 को दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में भारत और पाकिस्तान के बीच खेला जा रहा है। यह 41 साल के टूर्नामेंट इतिहास में पहला मौका है जब दोनों चिर-प्रतिद्वंद्वी टीमें फाइनल में आमने-सामने हैं।
सूर्यकुमार यादव की कप्तानी में भारत टूर्नामेंट में अजेय रहा और ग्रुप स्टेज में सात विकेट से और सुपर फोर में छह विकेट से पाकिस्तान को हरा चुका है। दूसरी ओर, सलमान अली आगा की अगुवाई में पाकिस्तान पहले की हार के मनोवैज्ञानिक दबाव से जूझ रहा है और इस हाई-वोल्टेज फाइनल में वापसी की कोशिश में है।
भारत की मजबूत स्थिति और मनोवैज्ञानिक बढ़त:
भारत ने एशिया कप 2025 में शानदार प्रदर्शन किया है, जिसमें सलामी बल्लेबाज अभिषेक शर्मा (309 रन, तीन अर्धशतक) और स्पिनर कुलदीप यादव व वरुण चक्रवर्ती ने अहम भूमिका निभाई। पाकिस्तान के खिलाफ दोनों जीतों में भारत की गहरी बल्लेबाजी और बहुमुखी गेंदबाजी ने बाजी मारी। ग्रुप स्टेज में भारत ने 128 रनों का लक्ष्य आसानी से हासिल किया, जिसमें अभिषेक के 31 और सूर्यकुमार के 47* रनों की पारी शामिल थी। सुपर फोर में अभिषेक के 39 गेंदों में 74 रन और शुभमन गिल के साथ 105 रनों की साझेदारी ने 172 रनों के लक्ष्य को आसान बना दिया।
सुनील गावस्कर ने चेतावनी दी कि अभिषेक के अलावा शुभमन गिल, सूर्यकुमार यादव, तिलक वर्मा, संजू सैमसन, और हार्दिक पांड्या जैसे बल्लेबाज अभी अपनी बड़ी पारी खेलना बाकी रखते हैं, जो फाइनल में पाकिस्तान के लिए खतरा बन सकते हैं। गावस्कर ने अभिषेक के शतक की भविष्यवाणी की, जिनके 19 छक्कों ने रोहित शर्मा और युवराज सिंह के रिकॉर्ड को पहले ही तोड़ दिया है।
पाकिस्तान का मनोवैज्ञानिक दबाव और वापसी की कोशिश:
पाकिस्तान का टूर्नामेंट में सफर उतार-चढ़ाव भरा रहा, जिसमें उनकी हार केवल भारत के खिलाफ हुई। उनकी बल्लेबाजी कमजोर रही, जैसे बांग्लादेश के खिलाफ 49-5 की स्थिति से 135-8 तक पहुंचना, जिसमें मोहम्मद हारिस (31 रन, 17 गेंद) और शाहीन शाह आफरीदी (19 रन, 13 गेंद) ने योगदान दिया। हालांकि, शाहीन (3-17) और हारिस रऊफ की तेज गेंदबाजी ने टीम को संभाला। कोच माइक हेसन ने भारत की मजबूती को स्वीकार किया, लेकिन सुपर फोर में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद जताई।
पाकिस्तान पर मनोवैज्ञानिक दबाव उनकी हार और उकसावेपूर्ण हरकतों से बढ़ा। हारिस रऊफ का “6-0” इशारा (जेट गिराने का दावा) और साहिबजादा फरहान का “AK-47” जैसा जश्न विवाद का कारण बना। भारत के अर्शदीप सिंह ने जवाबी इशारों से माहौल गरमाया। दोनों मैचों में हैंडशेक से इनकार और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) की मैच रेफरी एंडी पायक्रॉफ्ट के खिलाफ शिकायत ने तनाव बढ़ाया, जिसे ICC ने खारिज कर दिया।
राजनीतिक पृष्ठभूमि और तनाव:
यह फाइनल अप्रैल 2025 में पहलगाम आतंकी हमले और मई 2025 में भारत के ऑपरेशन सिंदूर (पाकिस्तान और PoK में आतंकी ठिकानों पर हमला) के बाद बढ़े तनाव के बीच खेला जा रहा है। इन घटनाओं का जिक्र मैदान पर इशारों में हुआ, जिसने भावनात्मक दांव को और बढ़ाया। सूर्यकुमार के बयान कि भारत-पाकिस्तान अब “प्रतिद्वंद्विता नहीं” ने पाकिस्तान को चिढ़ाया, जिसका जवाब शाहीन ने दिया कि उनकी टीम “पूरा जोर” लगाकर खिताब जीतेगी।
मुख्य मुकाबले और रणनीति:
भारत की रणनीति कुलदीप, अक्षर पटेल, और वरुण चक्रवर्ती की स्पिन तिकड़ी पर टिकी है, जिन्होंने पहले मध्य ओवरों में पाकिस्तान को बांधा। अभिषेक और गिल की शाहीन के खिलाफ आक्रामक शुरुआत, खासकर सुपर फोर में पहली गेंद पर छक्का, निर्णायक रहा। पाकिस्तान की उम्मीद शाहीन और रऊफ की तेज गेंदबाजी पर है, जो भारत के टॉप ऑर्डर को जल्दी आउट करना चाहेंगे। हालांकि, उनकी कमजोर बल्लेबाजी चिंता का विषय है।
हार्दिक पांड्या और तिलक वर्मा की फिटनेस पर सवाल के बावजूद, गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्कल ने अभिषेक की तैयारियों पर भरोसा जताया। सलमान आगा ने कहा, “हम किसी भी टीम को हरा सकते हैं,” और आक्रामक खेल पर जोर दिया।