
आगरा में शुक्रवार रात एक दिल दहला देने वाला सड़क हादसा हो गया, जिसमें तेज रफ्तार कार ने सात लोगों को रौंद दिया। इस भयावह घटना में पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो गंभीर रूप से घायल हैं। हादसे के बाद पीड़ित परिवारों में कोहराम मच गया और गुस्साए ग्रामीणों ने चालक को जमकर पीटा। पुलिस ने चालक को हिरासत में ले लिया है, जो नशे की हालत में था और पुलिस चेकिंग से बचने के लिए कार दौड़ाता रहा।
घटना न्यू आगरा थाना क्षेत्र के नगला बूढ़ी इलाके में केंद्रीय हिंदी संस्थान रोड पर रात करीब 8 बजे घटी। दयालबाग मार्ग से 80 फुटा रोड की ओर आ रही कार ने पहले एक बाइक सवार डिलीवरी बॉय को टक्कर मारी। प्रत्यक्षदर्शी प्रेमचंद ने बताया कि उसके पिता दौलतराम की बृहस्पतिवार को मृत्यु हो गई थी, इसलिए परिवार ने घर के बाहर टेंट लगाकर शोक सभा आयोजित की थी। लोग टेंट के नीचे बैठे थे। पास ही शराब के ठेके के सामने जतिन रिजॉर्ट है, जहां ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी का कर्मचारी बाइक पर था। कार ने उसे चपेट में ले लिया।
टक्कर के बाद भी चालक ने कार नहीं रोकी। पास में पुलिस चेकिंग चल रही थी, जिससे बचने के लिए उसने स्पीड बढ़ा दी। कुछ दूरी पर नगला बूढ़ी निवासी बबली (38) और उसका बेटा गोलू, पेंटर कमल (23) और कृष्णा उर्फ कृष (20) रास्ते से गुजर रहे थे, जो कार की चपेट में आ गए। अनियंत्रित कार 100 मीटर आगे डिवाइडर से टकराई और तीन बार पलटते हुए प्रेमचंद के घर के बाहर बैठे लोगों पर जा गिरी। इसमें प्रेमचंद के भतीजे राहुल और वीरेंद्र दब गए। चीख-पुकार मचने पर ग्रामीण दौड़े और कार को सीधा कर दबे लोगों को निकाला।
सभी घायलों को एसएन मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी ले जाया गया, जहां बबली, भानु प्रताप (25), कमल, कृष्णा और बंटेश (50) को मृत घोषित कर दिया गया। दो अन्य की हालत गंभीर है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, चालक नशे में धुत था। एयरबैग खुलने से उसकी जान बची। हादसे के बाद कार लॉक हो गई, तो लोगों ने शीशा तोड़कर उसे बाहर निकाला और पीटा। पुलिस ने भीड़ को संभाला और चालक को थाने ले गई। अपर पुलिस उपायुक्त आदित्य सिंह और एसीपी हरीपर्वत अक्षय संजय महाडिक ने मौके पर पहुंचकर समझाइश की। एक घंटे के हंगामे के बाद कार को कब्जे में लिया गया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर शोक व्यक्त किया और मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये की सहायता की घोषणा की। पुलिस ने लापरवाही से मौत का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। यह घटना सड़क सुरक्षा और नशे के खिलाफ जागरूकता की आवश्यकता पर जोर दे रही है।





