प्रवेश परीक्षा पास करने पर भी गरीब बच्चों को नहीं मिल रहा नवोदय में एडमिशन

रिपोर्ट- आर. बी. द्विवेदी

एटा। देश में एक तरफ तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी छात्र, छात्राओं के लिए तमाम बेहतर शिक्षा करने की योजनाएं चला रहे है। जिससे गरीब लोगो के बच्चो के लिए खाना, कपड़ा और पढ़ाई हो सके लेकिन उन्ही के अधिकारी उनकी योजनाओ को किस तरह पलीता लगाने का काम कर रहे है इसकी बानिगी जनपद एटा में देखने को मिली है।

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जनपद एटा में नवोदय विद्यालय की घोर लापरवाही सामने आयी है। जिसकी वजह से तीन छात्र- छात्राओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया है। क्योंकि परीक्षा में पास होने के बाद भी तीन छात्र-छात्राओं को विद्यालय में प्रवेश नहीं दिया गया, जिसकी बजह से तीनो छात्र-छात्राओं का एक वर्ष ख़राब होने की कगार पर है। इस लिए तीनो छात्र- छात्राओं के परिजनों ने जिलाधिकारी आई पी पांडेय से गुहार लगायी है। अब देखना होगा कि जिलाधिकारी से गुहार लगाने के बाद छात्र- छात्राओं को विद्यालय में प्रवेश मिल पाता है या नहीं।

जनपद एटा के नवोदय विद्यालय में तीन छात्र- छात्राओं  के प्रवेश परीक्षा में पास होने के बाद भी नवोदय विद्यालय में प्रवेश नहीं देने का मामला सामने आया है। छात्रा नेहा के पिता  ने जिलाधिकारी को शिकायती पत्र देते हुए कहा है  हमारी पुत्री नेहा ने नवोदय विद्यालय में कक्षा छः में प्रवेश के लिए प्रवेश परीक्षा दी थी। जिसमे हमारी पुत्री अच्छे नम्बरो से पास भी हो गयी लेकिन स्कूल की लापरवाही व हठ धर्मिता के चलते छात्राओं को एडमिशन नही दिया गया और उन्होंने जब हमारे पास प्रवेश कराने के लिए फार्म भर कर जमा करने के लिए लेटर आया तो हम विद्यालय गए तो उन्होंने हमारी लड़की का एडमिशन लेने से मना कर दिया।

उन्होंने अपनी सफाई में कहा कि आपकी जाति ओबीसी में आती है और आप ने फार्म में एसटी लिखा है। लेकिन हमने उनको बताया कि हमने फार्म में जाति के कॉलम में शाक्य लिखा था जो ओ/बी/सी में आता है लिखा था। लेकिन विद्यालय की गलती से एस/टी हो गया है,जबकि हमारी कोई गलती नही है चूँकि विद्यालय की गलती तो विद्यालय की जिम्मेदारी थी लेकिन हमारे भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। लेकिन उसके बाद भी हमारी कोई सुनवाई नहीं हुई है। जिससे हमारे बच्चो के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। और हमारे बच्चो का एक वर्ष भी ख़राब हो रहा है। अब देखना होगा कि जिलाधिकारी आई पी पांडेय से शिकायत होने के बाद पीड़ित छात्र- छात्राओं का प्रवेश हो पाता है कि नहीं।

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वहीं जब इस के बारे में जिलाधिकारी आई पी पांडेय से बात की तो वह कैमरे के सामने बोलने से मना करते हुए मीडिया के कैमरों से बचते नजर आए। लेकिन उन्होंने बताया कि ये मामला हमारे संज्ञान में आ गया है और हम इस मामले में जांच करा कर आवश्यक कार्यवाही करेंगे, बच्चो के भविष्य से खिलवाड़ नही होने दिया जाएगा। अब देखने की बात तो ये है कि अब इन छात्र-छात्राओं को नवोदय विद्यालय में प्रवेश मिल पाता है या नही।

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