चुनाव के आखिरी पड़ाव में अब्बास ने दिखाया तेवर, कहा- पहले होगा हिसाब-किताब

दिलीप कुमार

उत्तर प्रदेश विधान सभा के आखिरी चरण के लिए 7 मार्च को 9 जिलों में मतदान होना है। ऐसे में अब सभी राजनीतिक दलों का पूरा निशाना चुनावीं क्षेत्रों पर है। इस पूरे चुनावी काल में जिसने जिस तरह कि समस्याओं का सामना किया होगा वो उस तरह का बयान बाजी कर रहा है। किसी को नौकर शाहों से दिक्कत तो किसी को सत्तारूढ दल के नेताओं से हुआ है।

ऐसे सभी भूक्त भोगी राज नेता अपने अपने आत्मविश्वास के दम पर यह मान कर चल रहे हैं कि 10 मार्च को उन्ही की सरकार बन रही है। वो अब अपने चुनाव प्रचार के दौरान अपना रंग भी दिखाने लगे हैं। अपराधी प्रवृति के राजनेता जब सत्ता में आते हैं तो अपने जूते के नोक पर लॉ एण्ड ऑर्डर को रखकर रूल करना चाहते हैं।

आपको बता दें कि इसी बीच सोशल मीडिया पर एक विवादित बयान वायरल हो रहा है। इस वायरल में वीडियो में माफिया मुक्तार अंसारी का लाडला बेटा अब्बास अंसारी विवादित बयान देते हुए दिखाई दे रहे हैं। वायरल वीडियो में यह साफ साफ सुना जा सकता है, जिसमें अब्बास कह रहे हैं कि समाज वादी पार्टी के मुखिया अखिलेश के चुनाव जीतने पर पुलिस से पहले हिसाब-किताब लिया जाएगा, फिर उसके बाद ट्रांसफर होगा। गौरतलब है कि अब्बास अंसारी मऊ में समाजवादी पार्टी की सहयोगी दल की सुहलदेव भारतीय समाज पार्टी से चुनाव लड़ रहे हैं।

बता दें कि 2017 के चुनाव में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ज्यादातर दागी नेताओं का टिकट काटा था, जिसमें मुक्तार अंसारी को टिकट नहीं मिला था। वही प्रक्रिया इस बार भी अखिलेश यादव ने निभाते हुए टिकट न दांए हाथ से टिकट न देने का निर्णय लिया था। लेकिन इस बार उन्होंने खुद टिकट न देकर अपने सहयोगी ओमप्रकाश राजभर से टिकट दिलाया।

बता दें कि अब्बास अंसारी मऊ के पहाड़पुरा के मैदान में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए बहुत उग्र भाषण दे रहे थे। उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष से कहकर आए हैं कि चनाव जीतने के बाद, जब सरकार बन जाएगी तो सबसे पहले पुलिस वालों हिसाब लिया जाएगा फिर 6 महीने बाद ट्रांसफर होगा। अब्बास अंसारी सभा को संबोधित करते हुए आगे कहा कि मेरे गाड़ियों की दिन भर 10 बार चेकिंग होती है, जबकि दूसरे कंडिडेट की कोई चेकिंग नहीं होती थी।

गौरतलब है कि मऊ जिले के सदर सीट पर पिछले 26 वर्षों से मुक्तार को छोड़कर कोई विधायक नहीं बना, लेकिन इस बार इसी सीट से मुक्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी चुनाव लड़ रहे हैं।

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