
जकार्ता। इंडोनेशिया की पुलिस ने ईशनिंदा के एक मामले में जकार्ता के गवर्नर बासुकी जहाजा पुरनामा से मंगलवार को पूछताछ की। बासुकी पर सितंबर महीने में कुरान की आयतों के खिलाफ टिप्पणी करने का आरोप है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, पूछताछ के लिए पुलिस मुख्यालय पहुंचे बासुकी ने संवाददाताओं से बातचीत नहीं की।
संदिग्ध के रूप में नाम आने के बाद बासुकी को हिरासत में नहीं लिया गया, लेकिन लेकिन पुलिस ने उनकी यात्रा करने पर प्रतिबंध लगा दिया है।
बासुकी को अगर दोषी पाया जाता है, तो इंडोनेशिया के कानून के तहत उन्हें छह साल की जेल और एक अरब रुपये (74,493 डॉलर) का जुर्माना हो सकता है।
इंडोनेशियाई इंडोनेशियाके प्रवक्ता बॉय राफली अमर ने इससे पहले कहा था कि मामले में डोजियर बासुकी को संदिग्ध ठहराए जाने के एक सप्ताह के भीतर तैयार कर लिया जाएगा।
मुकदमा शुरू होने से पहले डोजियर अभियोजन कार्यालय को सौंप दिया जाएगा।
मुस्लिम कट्टरपंथी समूह बासुकी को हिरासत में लेने की मांग को लेकर हजारों समर्थकों के साथ विरोध-प्रदर्शन करने की योजना बना रहे हैं।
पुलिस चीफ जनरल टिटो कारनावियन ने एक चेतावनी जारी की है कि सुरक्षा चिंता के मद्देनजर पुलिस विरोध-प्रदर्शन पर पाबंदी लगा सकती है।
इससे पहले बासुकी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग को लेकर हुए विरोध-प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी, जबकि कई अन्य घायल हो गए थे।