हिलेरी ईमेल मामले की दोबारा एफबीआई जांच का ट्रंप ने किया स्वागत

हिलेरी ईमेलवाशिंगटन| अमेरिकी राष्ट्रपति पद के रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने विदेश मंत्री रहते हिलेरी ईमेल सर्वर के इस्तेमाल करने के मामले को संघीय जांच ब्यूरो(एफबीआई) द्वारा फिर से जांच के लिए खोलने के फैसले का स्वागत किया है। हिलेरी डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार हैं।

ट्रंप ने एफबीआई के निर्णय का स्वागत करते हुए कहा है- ‘शायद अंतत: न्याय किया जाएगा।’ समाचार एजेंसी एफे के अनुसार, ट्रंप जब न्यू हैंपशायर के मैनचेस्टर में प्रचार अभियान के दौरान ये टिप्पणियां कर रहे थे तो भीड़ चिल्ला रही थी -उसे जेल में बंद करो (लॉक हर अप)।

ट्रंप ने कहा, “मैं इस सच्चाई का बहुत सम्मान करता हूं कि एफबीआई और न्याय विभाग ने जो भयानक गलतियां की हैं, उन्हें अब सही करने का साहस दिखाना चाहते हैं।” रियल एस्टेट कारोबारी ट्रंप एफबीआई के जुलाई में लिए गए उस फैसले का हवाला दे रहे थे, जिसमें एफबीआई ने निर्णय लिया था कि सरकारी काम के लिए निजी सर्वर इस्तेमाल करने के लिए हिलेरी के खिलाफ विदेश विभाग आपराधिक आरोप लगाने की संस्तुति नहीं करेगा।

एफबीआई के निदेशक जेम्स कोमे ने तब कहा था, “जांच में यह खुलासा होने के बावजूद कि तत्कालीन विदेश मंत्री और उनके सहयोगियों ने गोपनीय सूचनाओं के आदान-प्रदान में घोर लापरवाही बरती है, ऐसा होने पर भी एफबीआई इस निर्णय पर पहुंचा है।”

ट्रंप ने मैनचेस्टर शहर के बीच रेडिशन होटल में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा, “वे अब हिलेरी के आपराधिक एवं अवैध कृत्यों के मामले को फिर से खोल रहे हैं, जिससे देश की सुरक्षा खतरे में पड़ी।”

ट्रंप ने रैली में मजाक में कहा, “इतना कह देने के बाद मेरा शेष भाषण बहुत उबाऊ होने जा रहा है। ट्रंप शुक्रवार को मेन और आयोवा भी गए थे।”

मामले को फिर से खोलने के एफबीआई के निर्णय की जानकारी शुक्रवार को संसद की कई समितियों के अध्यक्षों को दी गई। यह निर्णय आठ नवंबर को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के मात्र 11 दिन पहले लिया गया है।

कोमे ने लिखा है, “एक इससे असंबद्ध मामले में एफबीआई को पता चला है कि कुछ ऐसे ईमेल हैं, जिनकी जांच उचित लग रही है।”

निदेशक ने लिखा है, “मैं आपको यह सूचित करने के लिए लिख रहा हूं कि जांच दल ने मुझे कल बताया है और मैं इस बात से सहमत हूं कि जांचकर्ताओं को इन ई-मेल की समीक्षा के लिए अनुमति दी जानी चाहिए, ताकि यह तय हो सके कि क्या इनमें गोपनीय सूचनाएं भी हैं? साथ ही हमारी जांच उनके महत्व का आकलन कर सके।”

कोमे ने समितियों के अध्यक्षों से कहा है, “एफबीआई अभी इसका आकलन नहीं कर सकता कि यह महत्वपूर्ण है या नहीं।”

निदेशक ने यह भी कहा कि वह समीक्षा कब तक पूरी होगी, इस बारे में समय सीमा भी नहीं तय कर सकते।

ईमेल विवाद वर्ष 2015 में तब सामने आया था, जब यह खबर आई कि हिलेरी ने विदेश मंत्री के रूप में वर्ष 2009 से 2013 तक के अपने पूरे कार्यकाल के दौरान एक निजी ईमेल अकाउंट का इस्तेमाल किया है।

यह खाता पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन और हिलेरी क्लिंटन के न्यूयॉर्क के चप्पक्वा स्थित घर के अंदर लगे सर्वर से संचालित किया गया था।

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