
जनवरी में महाराष्ट्र नगर निगम (बीएमसी सहित) के चुनाव नजदीक आने के साथ ही, प्रमुख शहरी केंद्रों, विशेष रूप से पुणे, पिंपरी चिंचवाड़ और मुंबई में राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं।

जनवरी में महाराष्ट्र नगर निगम (बीएमसी सहित) के चुनाव नजदीक आने के साथ ही, प्रमुख शहरी केंद्रों, विशेष रूप से पुणे, पिंपरी चिंचवाड़ और मुंबई में राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं। प्रमुख दलों के बीच गुप्त वार्ताएं, गठबंधन वार्ताएं और सीट बंटवारे पर चर्चाएं चल रही हैं, जो अप्रत्याशित राजनीतिक समीकरणों में बदलाव की संभावना का संकेत दे रही हैं। चुनाव 15 जनवरी, 2026 को होंगे और वोटों की गिनती 17 जनवरी को की जाएगी।
इन घटनाक्रमों का केंद्र पुणे बनकर उभरा है, जहां राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के दोनों गुटों ने नगर निगम चुनावों के लिए एक साथ आने की इच्छा जताई है। अजीत पवार और शरद पवार गुटों के नेताओं के बीच बैठकें हो चुकी हैं, जिससे पुणे और पिंपरी चिंचवड नगर निगमों में संयुक्त चुनावी रणनीति की संभावना बढ़ गई है। जल्द ही आधिकारिक घोषणा होने की उम्मीद है।
सूत्रों के अनुसार, एनसीपी के दोनों गुटों के बीच बातचीत सकारात्मक रूप से आगे बढ़ी है और पुणे एवं पिंपरी चिंचवड नगर निगम चुनाव संयुक्त रूप से लड़ने की दिशा में गति बढ़ रही है। पार्टी विभाजन के बाद यह एक महत्वपूर्ण राजनीतिक बदलाव होगा और स्थानीय राजनीतिक परिदृश्य को नया रूप दे सकता है।पुणे में भाजपा विरोधी व्यापक मोर्चे को लेकर भी समानांतर विचार-विमर्श चल रहा है, जिसमें महा विकास अघाड़ी, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना और अजीत पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी शामिल हैं।





