विधानसभा उपचुनाव 2025: 6 राज्यों व 1 केंद्र शासित प्रदेश की 8 सीटों पर सुबह 7 बजे से मतदान, कड़ी सुरक्षा के बीच 4 लाख से अधिक मतदाता 58 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे

मंगलवार को 11 नवंबर 2025 को देशभर में 6 राज्यों और 1 केंद्र शासित प्रदेश की 8 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान शुरू हो गया है। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच जम्मू-कश्मीर के बडगाम व नागरोटा, राजस्थान के अंता, झारखंड के घाटशिला, तेलंगाना के जूबली हिल्स, पंजाब के तरन तारन, मिजोरम के दम्पा तथा ओडिशा के नुआपाड़ा में सुबह 7 बजे से वोटिंग चल रही है।

कुल 4.01 लाख से अधिक मतदाता 58 उम्मीदवारों के भविष्य का फैसला करेंगे। कुल 407 मतदान केंद्रों में से 226 को ‘क्रिटिकल’ चिह्नित किया गया है, जहां 1,800 पुलिसकर्मी व केंद्रीय सुरक्षा बल तैनात हैं। अधिकांश जगहों पर मतदान शाम 5 या 6 बजे तक चलेगा, जबकि संवेदनशील बूथों पर 4 बजे समाप्ति होगी। मतगणना 14 नवंबर को बिहार विधानसभा चुनाव के साथ होगी।

ये उपचुनाव विभिन्न दलों के लिए महत्वपूर्ण हैं, खासकर सत्ताधारी दलों के लिए जहां वे सीटें बचाने या मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं। दिल्ली धमाके के बाद सुरक्षा और सतर्कता बढ़ा दी गई है।

प्रमुख सीटों पर नजर

  • जम्मू-कश्मीर (बडगाम व नागरोटा): बडगाम में 20 उम्मीदवार मैदान में हैं, जहां जेडीयू के अगार सैयद मोहसिन प्रमुख हैं। यह सीट ओमर अब्दुल्ला के इस्तीफे के बाद खाली हुई। नागरोटा में राष्ट्रीय सम्मेलन की शमीम बेगम (डीडीसी सदस्य) भाजपा की देवयानी राणा व जेकेएनपीपी के हर्ष देव सिंह के खिलाफ हैं। यह सीट देवेंद्र सिंह राणा की मौत के बाद रिक्त हुई। जेकेएनसी सरकार के लिए लिटमस टेस्ट माना जा रहा है।
  • राजस्थान (अंता): बारां जिले में 268 मतदान केंद्रों पर 2.28 लाख मतदाता (1.16 लाख पुरुष, 1.11 लाख महिला) वोट देंगे। 15 उम्मीदवारों में कांग्रेस के प्रेम जैन भया व भाजपा के मोरपाल सुमन मुख्य हैं। यह सीट भाजपा विधायक कंवर लाल मीणा की आपराधिक मामले में सजा के बाद खाली हुई। वोटिंग शाम 6 बजे तक।
  • झारखंड (घाटशिला): 2.56 लाख मतदाता (1.31 लाख महिला) 13 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। मुख्य मुकाबला सत्ताधारी झामुमो के सोमेश चंद्र सोरन (रामदास सोरन के पुत्र) व भाजपा के बाबूलाल सोरन (पूर्व सीएम चंपई सोरन के पुत्र) के बीच। यह सीट रामदास सोरन की मौत के बाद रिक्त हुई।
  • तेलंगाना (जूबली हिल्स): तीन कोनों का मुकाबला सत्ताधारी कांग्रेस के नवीन यादव (एआईएमआईएम समर्थित), भाजपा के एल. दीपक रेड्डी व बीआरएस की सुनीता गोपीनाथ (गोपीनाथ की विधवा) के बीच। यह सीट विधायक मगंती गोपीनाथ की मौत के बाद खाली हुई।
  • पंजाब (तरन तारन): 1.92 लाख मतदाता (1.00 लाख पुरुष, 91,897 महिला, 8 तीसरे लिंग) 15 उम्मीदवारों के लिए 222 बूथों (60 शहरी, 162 ग्रामीण, 4 मॉडल व 3 पिंक) पर वोटिंग। सत्ताधारी आप के हरमीत सिंह संधू (तीन बार विधायक) मुख्य हैं, जबकि भाजपा के हरजीत सिंह संधू व कांग्रेस के करणबीर सिंह बर्ज भी मैदान में। यह सीट आप विधायक कश्मीर सिंह सोहल की जून में मौत के बाद रिक्त हुई। सीएम भगवंत मान के लिए परीक्षा।
  • मिजोरम (दम्पा): बांग्लादेश व त्रिपुरा सीमा से सटा क्षेत्र 41 बूथों (3 क्रिटिकल, 5 पिंक) पर शाम 4 बजे तक मतदान। सत्ताधारी जेडपीएम के वनललसैलोवा (गायिका व प्रचारक) का मुकाबला एमएनएफ के आर. लालथंग्लियाना, कांग्रेस के जॉन रोटलुआंग्लियाना व भाजपा के लालहिंगथंगा से। यह सीट एमएनएफ विधायक लालरिंटलुआंगा सैलो की मौत के बाद खाली हुई। 57 वृद्ध/बीमार मतदाता घर पर वोट देंगे।
  • ओडिशा (नुआपाड़ा): 311 सामान्य बूथों पर शाम 5 बजे व 47 संवेदनशील (नक्सल प्रभावित सहित) पर 4 बजे तक वोटिंग। 14 उम्मीदवारों में बीजेडी की स्नेहांगी छुरिया, भाजपा के जय धोलकिया (मृतक के पुत्र), कांग्रेस के घसीराम मांझी व समाजवादी पार्टी के रामकांत हाटी मुख्य। यह सीट बीजेडी विधायक राजेंद्र धोलकिया की 8 सितंबर को मौत के बाद रिक्त हुई।

ये उपचुनाव सत्ताधारी दलों की पकड़ व विपक्ष की रणनीति का आईना साबित होंगे। बिहार चुनाव के दूसरे चरण के साथ ही ये हो रहे हैं, जिससे सुरक्षा पर अतिरिक्त फोकस है।

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