
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार, 25 अक्टूबर 2025 को गौतम बुद्ध नगर के जेवर में निर्माणाधीन नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (जेवर एयरपोर्ट) का हवाई निरीक्षण किया। हेलीकॉप्टर से किए गए इस सर्वेक्षण के दौरान उन्होंने निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा की और अधिकारियों को समयबद्ध पूर्णता तथा सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
यह एयरपोर्ट उत्तर प्रदेश सरकार का प्रमुख ड्रीम प्रोजेक्ट है, जो राज्य को वैश्विक कनेक्टिविटी प्रदान करेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अप्रैल 2025 में इसका उद्घाटन करेंगे, और पहले चरण में 17 अप्रैल से घरेलू व अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू होंगी।
चार चरणों में निर्माण, पहले चरण में 1.2 करोड़ यात्रियों की क्षमता
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण चार चरणों में होगा। पहले चरण में 1,334 हेक्टेयर भूमि पर एक रनवे और यात्री टर्मिनल का कार्य लगभग पूरा हो चुका है। वर्तमान में तकनीकी इंस्टॉलेशन, फिनिशिंग और डीप क्लीनिंग चल रही है। पहले चरण की क्षमता सालाना 1.2 करोड़ यात्रियों की होगी, जिसमें रोजाना 150 उड़ानें संचालित होंगी। सबसे पहले कार्गो और प्रमुख भारतीय शहरों के लिए उड़ानें शुरू होंगी, उसके बाद अंतरराष्ट्रीय सेवाएं। हाल ही में ट्रायल उड़ानें सफल रहीं, और डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) से एयरोड्रोम लाइसेंस मिलने की उम्मीद है।
7,000 करोड़ की लागत, भूमि अधिग्रहण पर 5,000 करोड़ खर्च
एयरपोर्ट का कुल निर्माण 7,000 करोड़ रुपये की लागत से हो रहा है, जिसमें भूमि अधिग्रहण पर 5,000 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं। पहले चरण में 3,300 एकड़ भूमि का उपयोग होगा, जबकि शेष 5,100 एकड़ अगले तीन चरणों में विकसित की जाएगी। योगी ने निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिए कि IGI एयरपोर्ट से सीधी कनेक्टिविटी सुनिश्चित करें, और फरवरी 2024 में रनवे पर ट्रायल लैंडिंग कराएं। एयरपोर्ट NCR का दूसरा प्रमुख हवाई अड्डा बनेगा, जो दिल्ली की भीड़भाड़ को कम करेगा।
भविष्य में 5 रनवे, 30 करोड़ यात्रियों की क्षमता
पूर्ण रूप से विकसित होने पर एयरपोर्ट में 5 रनवे होंगे और यह 11,750 एकड़ क्षेत्र में फैलेगा। क्षमता 30 करोड़ यात्रियों सालाना होगी, जो इसे एशिया का सबसे बड़ा हवाई अड्डा और दुनिया का चौथा सबसे बड़ा बना देगा। यात्रियों की बढ़ती संख्या पर दूसरे रनवे का निर्माण होगा। एयरपोर्ट से मेट्रो, हाई-स्पीड रैपिड रेल और सड़क कनेक्टिविटी सुनिश्चित की जाएगी। यह प्रोजेक्ट नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेसवे क्षेत्र को वैश्विक हब बनाएगा।
जेवर एयरपोर्ट का महत्व
यह एयरपोर्ट उत्तर प्रदेश की आर्थिक वृद्धि को गति देगा। पहले चरण में 80% कार्य पूरा हो चुका है, रनवे और एयरसाइड इंफ्रास्ट्रक्चर 90% तैयार हैं। उद्घाटन के 45 दिनों में कमर्शियल उड़ानें शुरू होंगी। योगी ने कहा कि यह प्रोजेक्ट राज्य की कनेक्टिविटी को नई ऊंचाई देगा।





