
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 126वें एपिसोड में रविवार, 28 सितंबर 2025 को भारतीय नौसेना के अभियान ‘नाविक सागर परिक्रमा’ की जमकर तारीफ की और इसे अंजाम देने वाली दो महिला नौसेना अधिकारियों—लेफ्टिनेंट कमांडर डिलना के और लेफ्टिनेंट कमांडर रूपा ए—की साहस और समर्पण की सराहना की।
इस अभियान में इन दोनों अधिकारियों ने विश्व भ्रमण कर भारत का गौरव बढ़ाया। पीएम की तारीफ पर दोनों अधिकारियों ने खुशी जताई और इसे अपने लिए गौरवपूर्ण पल बताया।
पीएम मोदी ने की उपलब्धि की सराहना
‘मन की बात’ में पीएम मोदी ने कहा, “भारतीय नौसेना की दो जांबाज महिला अधिकारियों ने ‘नाविक सागर परिक्रमा’ अभियान के दौरान असाधारण साहस और समर्पण का परिचय दिया। मैं अपने श्रोताओं को उनके बारे में बताना चाहता हूं। वे हैं लेफ्टिनेंट कमांडर रूपा ए और लेफ्टिनेंट कमांडर डिलना के।” उन्होंने इस अभियान को नारी शक्ति का प्रतीक बताते हुए कहा कि यह भारत की समुद्री ताकत और महिलाओं की क्षमता को दर्शाता है।
महिला अधिकारियों की प्रतिक्रिया
लेफ्टिनेंट कमांडर डिलना के ने पीएम की तारीफ पर खुशी जाहिर करते हुए कहा, “प्रधानमंत्री द्वारा ‘मन की बात’ में हमारी उपलब्धि का जिक्र करना मेरे और लेफ्टिनेंट कमांडर रूपा ए के लिए बेहद गौरवपूर्ण पल है। यह न केवल हमारी मेहनत और समर्पण का सम्मान है, बल्कि भारतीय नौसेना और देश की सभी महिलाओं के लिए प्रेरणा का क्षण है।” लेफ्टिनेंट कमांडर रूपा ए ने भी इसे एक ऐतिहासिक सम्मान बताया और कहा, “हमारा यह मिशन भारत की समुद्री शक्ति और नारी सशक्तीकरण का प्रतीक है। पीएम की सराहना ने हमें और अधिक प्रेरित किया है।”
‘नाविक सागर परिक्रमा’ अभियान
‘नाविक सागर परिक्रमा’ भारतीय नौसेना का एक महत्वाकांक्षी अभियान है, जिसके तहत नौसेना की महिला अधिकारी नौका ‘आईएनएसवी तारिणी’ पर विश्व भ्रमण करती हैं। यह अभियान न केवल भारत की समुद्री क्षमता को प्रदर्शित करता है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण, समुद्री अनुसंधान और नारी सशक्तीकरण को भी बढ़ावा देता है। लेफ्टिनेंट कमांडर डिलना के और रूपा ए ने इस अभियान को 2023 में शुरू होने के बाद से चुनौतीपूर्ण समुद्री परिस्थितियों में सफलतापूर्वक पूरा किया, जिसमें 21,600 नॉटिकल मील की यात्रा शामिल थी। इस दौरान उन्होंने चार महाद्वीपों और तीन महासागरों को पार किया, जो भारतीय नौसेना के इतिहास में एक मील का पत्थर है।
नारी सशक्तीकरण और नौसेना की उपलब्धि
यह अभियान 2017 में शुरू हुए पहले ‘नाविक सागर परिक्रमा’ का हिस्सा है, जिसमें छह महिला अधिकारियों ने विश्व भ्रमण किया था। इस बार डिलना और रूपा ने दो सदस्यीय दल के रूप में यह उपलब्धि हासिल की, जो नारी सशक्तीकरण और भारतीय नौसेना की तकनीकी दक्षता का प्रतीक है। पीएम मोदी ने इसे “नारी शक्ति का शानदार उदाहरण” बताते हुए कहा कि यह मिशन भारत की समुद्री विरासत और वैश्विक उपस्थिति को मजबूत करता है।
सामाजिक और राष्ट्रीय प्रभाव
पीएम मोदी की तारीफ ने न केवल इन महिला अधिकारियों की उपलब्धि को राष्ट्रीय मंच पर उजागर किया, बल्कि यह भी दिखाया कि भारत सरकार सशस्त्र बलों में महिलाओं की भूमिका को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। इस अभियान ने युवाओं, खासकर महिलाओं को सशस्त्र बलों में करियर बनाने और चुनौतीपूर्ण क्षेत्रों में योगदान देने के लिए प्रेरित किया है। डिलना और रूपा की इस उपलब्धि को सोशल मीडिया पर भी व्यापक सराहना मिल रही है, जहां लोग इसे देशभक्ति और नारी शक्ति का प्रतीक बता रहे हैं।