ओबामा बने पीएम मोदी के भक्त, यूएन महासचिव बान-की-मून भी बोले- धन्यवाद
वॉशिंगटन। महात्मा गांधी जयंती के अवसर पर रविवार को भारत सरकार ने संयुक्त राष्ट्र के साथ हुए ऐतिहासिक पेरिस जलवायु समझौते को स्वीकार करने की घोषणा की। सरकार के इस कदम का पर्यावरण पर काम करने वाले संगठनों ने स्वागत किया है। ग्रीनपीस इंडिया के कार्यकारी निदेशक, रवि चेल्लम ने कहा, “हमें खुशी है कि भारत सरकार ने पूरी प्रतिबद्धता से पेरिस समझौते को मंजूरी देकर यह साबित किया है कि वह बहुत तेजी से अक्षय उर्जा के अपने महत्वाकांक्षी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रयासरत है। अब यह आवश्यक हो गया है कि भारत अपनी ऊर्जा नीति को तार्किक बनाए।”
पेरिस जलवायु परिवर्तन समझौते में भारत के शामिल होने पर अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने नई दिल्ली की तारीफ की। ओबामा ने भारत की तारीफ करते हुए लिखा- ”गांधीजी हमारे बच्चों के लिए दुनिया बनाना चाहते थे। पेरिस समझौते में शामिल होकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीयों ने वही विरासत आगे बढ़ाई है।” इस पर प्रधानमंत्री मोदी ने जवाब देते हुए लिखा- ”प्रकृति के प्रति प्यार और चिंता भारतीय संस्कृति है। भारत जलवायु परिवर्तन को रोकने के लिए हरसंभव प्रयास करने को कटिबद्ध है।”
Gandhiji believed in a world worthy of our children. In joining the Paris Agreement, @narendramodi & the Indian people carry on that legacy.
— President Obama (@POTUS44) October 2, 2016
गांधी जयंती के मौके पर पेरिस समझौते को पूरा करने पर संयुक्त राष्ट्र के महासचिव बान की-मून ने कहा कि ”सभी भारतीयों को धन्यवाद।” मून ने यह संदेश संयुक्त राष्ट्र न्यूज सेंटर पर एक वीडियो में दिया। उन्होंने कहा- ”पेरिस जलवायु परिवर्तन समझौते में शामिल होकर आज भारत की सरकार ने वैश्विक नेतृत्व दिखाया है। यह एेतिहासिक कदम भारत की समृद्धि और विकास को और तेज करेगा।