भारत का 79वां स्वतंत्रता दिवस: पीएम मोदी ने लाल किले से 12वीं बार फहराया तिरंगा, मिशन सुदर्शन चक्र और डेमोग्राफी मिशन का ऐलान

15 अगस्त को भारत ने अपना 79वां स्वतंत्रता दिवस धूमधाम से मनाया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लगातार 12वीं बार लाल किले की प्राचीर पर तिरंगा फहराया और देश को संबोधित किया। अपने 80 मिनट के भाषण में पीएम ने ऑपरेशन सिंदूर, आत्मनिर्भर भारत, जीएसटी सुधार, मिशन सुदर्शन चक्र, डेमोग्राफी मिशन, और सामाजिक-आर्थिक योजनाओं पर जोर दिया। उन्होंने देशवासियों से 2035 तक राष्ट्रीय सुरक्षा और समृद्धि के लिए एकजुट होने का आह्वान किया।

मिशन सुदर्शन चक्र: राष्ट्रीय सुरक्षा का कवच

पीएम मोदी ने 2035 तक राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करने के लिए मिशन सुदर्शन चक्र की शुरुआत की। उन्होंने इसे भगवान श्रीकृष्ण के सुदर्शन चक्र से प्रेरित बताया, जो दुश्मन के हमले को निष्प्रभावी करने के साथ-साथ कई गुना तेज पलटवार करेगा। इस मिशन के तहत सामरिक और सिविलियन क्षेत्रों जैसे अस्पताल, रेलवे, और आस्था के केंद्रों को तकनीकी रूप से सुरक्षित किया जाएगा। पीएम ने कहा कि यह पूरी तरह स्वदेशी होगा, जिसमें अनुसंधान और विनिर्माण देश में ही होगा। उन्होंने इसे ‘प्लस वन’ नीति के तहत लक्षित और प्रभावी बनाने पर जोर दिया, ताकि यह सटीक और वापसी योग्य हो, जैसा सुदर्शन चक्र था।

डेमोग्राफी मिशन: घुसपैठ पर सख्ती

पीएम ने देश की जनसांख्यिकी (डेमोग्राफी) को बदलने की साजिश पर चिंता जताई और हाई पावर्ड डेमोग्राफी मिशन की घोषणा की। उन्होंने कहा कि घुसपैठिए नौजवानों की रोजी-रोटी, बहन-बेटियों की सुरक्षा, और आदिवासियों की जमीन पर कब्जा कर रहे हैं, जो देश की सुरक्षा और सामाजिक ताने-बाने के लिए खतरा है। उन्होंने इसे रोकने के लिए कड़े कदम उठाने और पूर्वजों के बलिदान की रक्षा करने का संकल्प लिया।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की प्रशंसा

मोदी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की स्थापना के 100 साल पूरे होने पर उनकी राष्ट्र सेवा की सराहना की। उन्होंने आरएसएस को दुनिया का सबसे बड़ा एनजीओ बताते हुए कहा कि इसने व्यक्ति निर्माण से राष्ट्र निर्माण तक महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

भाषाई और सांस्कृतिक विविधता

पीएम ने भारत की सांस्कृतिक विविधता को ताकत बताते हुए मराठी, असमिया, बांग्ला, पाली, और प्राकृत को शास्त्रीय भाषा का दर्जा देने का उल्लेख किया। उन्होंने ज्ञान भारतम योजना के तहत हस्तलिखित पांडुलिपियों और प्राचीन दस्तावेजों को डिजिटल संरक्षण की बात कही। यह भाषाओं को वैश्विक स्तर पर मजबूत करेगा और डेटा युग में भारत को नॉलेज हब बनाएगा।

मोटापे के खिलाफ जंग

मोदी ने मोटापे को उभरती राष्ट्रीय समस्या बताते हुए हर परिवार से खाद्य तेल की खपत 10% कम करने की अपील की। उन्होंने कहा कि इससे स्वास्थ्य बेहतर होगा और मोटापे से जंग जीती जा सकेगी।

खेलो भारत नीति

खेलों को बढ़ावा देने के लिए नेशनल स्पोर्ट्स पॉलिसी- खेलो भारत की घोषणा की गई। इसका लक्ष्य स्कूलों और कॉलेजों में खेलों का इकोसिस्टम विकसित करना और ग्रामीण क्षेत्रों तक खेल सुविधाएं पहुंचाना है। इससे बच्चों को खेलों में प्रोत्साहन मिलेगा और माता-पिता का गर्व बढ़ेगा।

सामाजिक योजनाएं और गरीबी उन्मूलन

मोदी ने डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर (डीबीटी), पीएम आवास योजना, आयुष्मान भारत, और पीएम स्वनिधि जैसी योजनाओं के प्रभाव को रेखांकित किया। उन्होंने दावा किया कि इनके जरिए 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर आए और एक नया मध्यम वर्ग उभरा। जनधन योजना ने आम लोगों को बैंकिंग से जोड़ा, जबकि आयुष्मान भारत ने वरिष्ठ नागरिकों के स्वास्थ्य की चिंता की। पीएम ने कहा कि सरकार अब फाइलों में नहीं, बल्कि लोगों की जिंदगी में काम करती है।

महात्मा ज्योतिबा फुले की 200वीं जयंती

मोदी ने महान समाज सुधारक महात्मा ज्योतिबा फुले की 200वीं जयंती समारोह की शुरुआत की घोषणा की। उन्होंने कहा कि फुले का पिछड़ों को प्राथमिकता देने का मंत्र समाज में परिवर्तन लाएगा।

अन्य प्रमुख बिंदु

  • ऑपरेशन सिंदूर और जीएसटी सुधार: पीएम ने आत्मनिर्भर भारत के तहत किए गए सुधारों का जिक्र किया।
  • महाकुंभ की सफलता: प्रयागराज महाकुंभ को भारत की सांस्कृतिक एकता का प्रतीक बताया।
  • पिछड़ों को प्राथमिकता: सामाजिक न्याय और समावेशी विकास पर जोर दिया।

पीएम ने देशवासियों से एकजुट होकर 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को साकार करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि भारत की विविधता और एकता ही उसकी सबसे बड़ी ताकत है, और इसे संरक्षित करते हुए देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाना है।

LIVE TV