भारत-पाक युद्धविराम: भारत और पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशक (डीजीएमओ) आज दोपहर 12 बजे फिर से बातचीत करेंगे। इससे पहले 10 मई को दोपहर 3:35 बजे उनकी बातचीत के बाद युद्धविराम पर सहमति बनी थी। शनिवार को घोषित इस युद्धविराम की समयसीमा आज समाप्त हो रही है, और दोनों देश सैन्य स्तर पर भविष्य की कार्रवाई तय करने के लिए आज वार्ता करेंगे।

पाकिस्तान ने भारत के सैन्य ठिकानों और नागरिक क्षेत्रों पर ड्रोन और प्रोजेक्टाइल से हमले किए, जिसके जवाब में भारत ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया। इस ऑपरेशन में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को 26 पर्यटकों की हत्या करने वाले पाकिस्तानी आतंकियों के खिलाफ पंजाब और पीओके में आतंकी ठिकानों पर हवाई और मिसाइल हमले किए गए।
पाकिस्तान के उल्लंघन पर भारत का कड़ा संदेश
ऑपरेशन सिंदूर पर ताजा घटनाक्रम को लेकर रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, डीजीएमओ, ने बताया कि पाकिस्तान के साथ डीजीएमओ स्तर की बैठक सोमवार दोपहर 12 बजे होगी। उन्होंने कहा कि भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तानी समकक्ष को हॉटलाइन संदेश भेजकर 10 मई को बनी सहमति के उल्लंघन की ओर इशारा किया। संदेश में भारत ने स्पष्ट किया कि आगे किसी भी उल्लंघन का जवाब कड़ा और दंडात्मक होगा।
पाकिस्तान ने युद्धविराम की घोषणा के कुछ घंटों बाद ही इसका उल्लंघन किया, जब श्रीनगर में विस्फोट और अन्य सीमावर्ती क्षेत्रों में ड्रोन देखे गए, जिन्हें भारत ने मार गिराया। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने पाकिस्तान से उल्लंघनों को रोकने और स्थिति को गंभीरता व जिम्मेदारी से संभालने की अपील की।
लेफ्टिनेंट जनरल घई ने कहा, “पिछली रात और रविवार तड़के इन उल्लंघनों का मजबूती से जवाब दिया गया और आवश्यक कार्रवाई की गई।” उन्होंने जोर दिया कि भारतीय सशस्त्र बलों ने अब तक काफी संयम दिखाया है, और उनकी कार्रवाइयां केंद्रित, संयमित और गैर-वृद्धिकारी रही हैं। हालांकि, भारत की संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता या नागरिकों की सुरक्षा को किसी भी खतरे का जवाब निर्णायक बल के साथ दिया जाएगा।
पाकिस्तान के साथ केवल पीओके पर बात: पीएम मोदी
सूत्रों के अनुसार, युद्धविराम और तनाव कम करने की चर्चा के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस से कहा कि पाकिस्तान के साथ एकमात्र मुद्दा पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) की वापसी है। मोदी ने स्पष्ट किया कि पाकिस्तान के साथ बातचीत केवल आतंकियों को सौंपने पर ही होगी।
उन्होंने कहा, “कश्मीर पर हमारा रुख स्पष्ट है। अब केवल पीओके की वापसी का मुद्दा बाकी है। इसके अलावा कोई चर्चा नहीं होगी। अगर वे आतंकियों को सौंपने की बात करते हैं, तो हम तैयार हैं। इसके अलावा किसी अन्य विषय पर बात करने का मेरा कोई इरादा नहीं है।”