70+ मिनट का भाषण और 7 सवालों का जवाब, मोदी ने कैसे की सबकी बोलती बंद
नरेंद्र मोदी ने संसदीय दल की बैठक के दौरान लगभग 70 मिनट का लंबा भाषण दिया। इस पुरे भाषण के दौरान उन्होंने उन तमाम सवालों के जवाब दिए जो नतीजे आने के बाद उठ रहे हैं। भले ही आंकड़ों में कमी आई हो लेकिन मोदी इस दौरान भी पूरे कॉन्फिडेंस में नजर आएं। उन्होंने चित परिचित अंदाज में भाषण दिया और उठ रहे एक-एक सवाल का जवाब भी दिया।
पहला सवाल- क्या नतीजों को देखकर नरेंद्र मोदी बदल गए है?
दूसरा सवाल- क्या इस बार वह अपने हिसाब काम नहीं ले पाएंगे?
तीसरा सवाल- क्या जिन कड़े फैसलों का जिक्र वह कर रहे थे वह ले पाएंगे?
चौथा सवाल- क्या गठबंधन की सरकार नहीं चला पाएंगे?
पांचवां सवाल- क्या बहुमत से दूरी को मोदी हार मानते है?
छठा सवाल- क्या मंत्रिमंडल बंटवारे को लेकर संकट चल रहा है?
सांतवां सवाल- क्या ब्रॉड मोदी की चमक इस चुनाव के बाद फीकी पड़ी?
पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा कि रिजल्ट आने के बाद दो दिन तक कुछ लोगों ने माहौल बनाया कि हम लोग हार गए हैं। लेकिन देशवासी जानते हैं कि हम न तो हारे थे न ही हारे हैं। 2024 के जो नतीजें है दुनिया ये मानती है कि ये एनडीए की महाविजय है। उन्होंने कहा कि सरकार चलाने के लिए बहुमत आवश्यक है लेकिन देश चलाने के लिए सर्वमत बहुत जरूरी होता है।
वहीं गठबंधन को लेकर उन्होंने कहा कि एनडीए राष्ट्र प्रथम की भावना से कमिडेट अलायंस है। वहीं मंत्रिमंडल के बंटवारे को लेकर जो दावें रिपोर्ट में किए जा रहे हैं उसका जवाब न सिर्फ मोदी बल्कि सहयोगी दलों ने भी दिया। नीतीश कुमार, चंद्रबाबू नायडू समेत तमाम नेताओं ने साफ किया कि मंत्रिमंडल के बंटवारे को लेकर जो फैसला होगा वह सर्वमान्य है।