
दिलीप कुमार
पिछले कई दिनों से भारत का पड़ोसी देश श्रिलंका विदेशी मुद्रा के आभाव में आर्थिक संकटों का सामना कर रहा है, जिस वजह से श्रीलंका में आम लोग भोजन के लिए तरस रहे हैं।

हालात इतना गंभी हो गया है कि कोलंबो के आम नागरिक आपना आपा खो दिए हैं। कोलंबो में गुरूवार की रात हजारो आक्रोशित आम नागरिक श्रीलंका राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के आवास के बाहर जा पहुंचे और उनके खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किए।
विरोध प्रदर्शन के दौरान श्रीलांकाई पुलिस ने 45 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के द्वारा हालत को शांत करने के लिए कई इलाकों में कर्फ्यू का ऐलान करना पड़ा है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के मुताबिक अबतक 45 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया है। इस आपाधापी के दौरान उग्रप्रदर्शनकारियों ने कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया। उन्होंने बताया कि उग्र विरोध प्रदर्शन को शांत करने के लिए कोलंबो के अधिकतर हिस्सों और केलानिया के उपनगरीय पुलिस डिवीजन में गुरूवार आधी रात को कर्फ्यू लगा दिया गया।
गौरतलब है कि श्रीलंका में इस तरह का विरोध प्रदर्शन होना लाजमी है, क्यों कि वहां के लोगों को इस समय ढंग से भोजन नसीब नहीं हो पा रहा है। इन सभी घटनाओं का मूल कारण है कि इस समय श्रीलंका सरकार के पास विदेशी मुद्रा का बहुत ज्यादा आभाव है, जिस वजह से वह अपने पुराने कर्जे नहीं चुका पा रहा है। इसी वजह से श्रीलंका इन दिनों मांग व आपुर्ति का संतुलन बिगड़ गया है, जिसका सीधे असर गरीब व मध्यमवर्गीय जनता पर पड़ रहा है।