
दिलीप कुमार
आज एक ओर जहां देश में करोड़ो के तादाद में सोशल मीडिया यूजर है तो वहीं दूसरी ओर Infosys के को-फाउंडर नंदन नीलकेणि सोशल मीडिया बिलकुल न के बराबर चलाते हैं। वो तीन तरह के डिवाइसेज का इस्तेमान करते हैं। जिनमें से वो डिवाइसेज हैं लैपटॉप, आईपैड और मोबाइल फोन है। उनका मानना है कि काम पर फोकस करने के लिए लैपी बेहतर है। जबकि आईपैड और फोन बातचीत के लिए सही है।
नीलकेणि ने बताते है कि बदलाव के लिए वो तकनीक में बहुत ज्यादा विश्वास करते हैं लेकिन सिंपल तरीके से। उनका कहना है कि वो सोशल मीडिया का इस्तेमाल नहीं करते। वो अपनी तीनों डिवाइस का उपयोग अलग-अलग कामों के लिए करते हैं।

उन्होंने सोशल मीडिया पर न होने का तर्क देते हुए कहा कि अगर आप 1 डिवाइस पर काम करते हैं और 10 ऐप्स उस पर खुले हैं, तो वो लगातार नोटिफिकेशन भेजते रहते हैं। इसमें आप काम पर फोकस नहीं कर पाते। जिससे दिमाग एक चीज पर फोकस नहीं कर पाता है, क्योंकि आप नोटिफिकेशन देखने में ही व्यस्त हो जाते हैं। ऐसे में जब भी आप दूसरी चीज पर फोकस करते हैं तो पहले के काम में लौटने के लिए दिमाग को फिर से तैयार करना पड़ता है। इसके साथ उन्होंने बताया कि ये खर्चीला भी खूब है।
बता दें कि वो ऐसा भी नहीं है कि बिलकुल भी सोशल मीडिया का इस्तेमाल नहीं करते है। वे ट्विटर का इस्तेमाल करते हैं ,लेकिन सिर्फ ब्रॉडकास्ट के लिए। वो भी इस मोड पर चर्चा करने से बचते हैं। उनका कहना है कि अगले 10 सालों में शेप ऑफ टेक्नोलॉजी की स्वरूप तेजी से बदलेगा। इसमें सेमी कंडक्टर डिजाइन में नए नए आविष्कार होंगे जो पूरी तरह से अलग होंगे। पिछले साल दिसंबर में कैबिनेट ने 76 हजार करोड़ के एक प्रोग्राम को मंजूरी दी है जो इस दिशा में ही काम करेगा। इसके तहत डिस्पले मैन्युफैक्चरिंग इकोसिस्टम बनाया जाएगा।
उन्होनें बताया कि भारत सरकार इंडियन डिजिटल पब्लिक गुड्स का प्रमोशन करेगी। सरकार का ये आइडिया बेहतरीन है, क्यों कि अपने आविष्कारों को दूसरे देशों को भी उपलब्ध कराया जाएगा। इसके साथ ही कि सरकार ने सिलिकान सेमी कंडक्टर फैब्स, कंपाउंड सेमी कंडक्टर, सिलिकान फोटोनिक्स, सेंसर फैब्स, सेमी कंडक्टर पैकेजिंग और सेमी कंडक्टर डिजाइन को प्रमोट करने के लिए कंपनीज को इंसेटिंव देने का प्लान बनाया है।