
अभिनव त्रिपाठी
डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम पंजाब विधानसभा चुनाव से ठीक पहले 21 दिनों के लिए जेल बाहर आ गए है। आपको बात दें कि राम रहीम दुष्कर्म व हत्या की सजा जेल में काट रहे है। आगामी पंजाब चुनाव को देखते हुए इसे राजनीति से भी जोड़ा जा रहा है। बता दें कि फरलो एक तरह की छुट्टी होती है जिसके अंतर्गत बंदियों को एक तय समय के लिए छुट्टी दी जाती है। इसके तहत वो सिर्फ अपने घर जा सकते है इसके अतरिक्त उन्हे कहीं भी जाने की अनुमति नहीं है।

आपको बता दें की बीते 25 जनवरी को डेरा में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था जिसके दौरान राम रहीम के द्वारा लिखी हुई एक चिट्ठी को लोगों के बीच पढ़ा गया था। जिसमें उन्होंने अपने अनुयायियों को उनके बीच जल्द ही फरलों के तहत आने के संकेत दिया था।
इस कार्यक्रम में काफी मात्रा में श्रद्धालु जुटे थे जिसे देख कर ऐसा लग रहा था कि डेरा की पुरानी रौनक लौट आई हो। जेल में रहते हुए भी रामरहीम लगातार डेरा में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए चिट्ठियाँ लिखते आए है जिसके अंतर्गत ये उनकी 8वीं चिट्ठी है। उन्होंने अपनी चिट्ठी में लिखा की अगर परम पिता परमेश्वर ने चाहा तो मैं जल्द ही अप लोग का दर्शन करूंगा और फिर से आप लोगों के बीच में रहूँगा।
ये महज एक संयोग है
राम रहीम के जेल से बाहर आने की बात पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मीडिया को बताया इसका कोई राजनीति से जुड़ाव नहीं है ये तो बस एक संयोग है। आपको बता दें कि कोई भी कैदी पाने वाली सजा के 3 साल बाद फरलो के लिए आवेदन कर सकता है। आवेदन करने के बाद प्रशासन उसकी समीक्षा करता है उसके बाद उसके आवेदन पर निर्णय लेता है और इसी निर्णय की वजह से राम रहीम जेल से बाहर आया है।