
(कोमल)
Varanasi News: उत्तर प्रदेश के वाराणसी में काशी विश्वनाथ धाम तक जाने वाली गंगा मार्ग को आखिरकार जनता के लिए 15 फरवरी को खोल दिया गया है। आपको बातते की इसका उद्घाटन 13 दिसंबर को हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था, जिन्होंने गंगा किनारे के रास्ते से काशी विश्वनाथ धाम में प्रवेश किया था। अब सभी तीर्थयात्री भी उसी तरह मंदिर में प्रवेश कर सकेंगे। चुनाव से पहले 15 फरवरी तक गंगा द्वार खोल दिया जाएगा। गंगा तट से सीधे केवी धाम का यह प्रवेश द्वार निर्माणाधीन था, जब ईसीआई द्वारा 8 जनवरी को उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा करने से लगभग तीन सप्ताह पहले प्रधान मंत्री ने विस्तारित मंदिर खोला था। जहा प्रदेश मे होने वाले चुवान से पहले काशी में सात मार्च को मतदान से तीन सप्ताह पहले गंगा द्वार खोला जाएग। जहा संभागीय आयुक्त दीपक अग्रवाल ने कहा की , हमारा लक्ष्य 10 फरवरी तक गंगा द्वार के सभी परिष्करण कार्य को पूरा करने का है ताकि इसे तीर्थयात्रियों के लिए भी खोला जा सके।वही काशी विश्वनाथ कॉरिडर का लोकार्पण 13 दिसंबर को पीएम ने किया था। गौरतलब है कि, वाराणसी पीएम मोदी का संसदीय क्षेत्र है।

आपकी जानकारी के लिए बताते की 241 सालों के इतिहास में काशी विश्वनाथ मंदिर का तीसरी बार रेनोवेट किया गया है। कहा जाता है की इस पवित्र मंदिर को मुगलों ने कई बार नेस्तनाबूद करने की कोशिश की थी। लेकिन मुगलों द्वारा किए गए कई बार हमलों ने काशी विश्वनाथ मंदिर को काफी क्षति पहुंचाई है। इससे पहले इस मंदिर को सन् 1780 में महारानी अहिल्या बाई होल्कर द्वारा नवीनीकरण करवाया गया था। इसके बाद सन् 1853 में महाराजा रणजीत सिंह इस मंदिर के कई स्थानों पर स्वर्ण जड़वाए थे। इसके बाद साल 2019 में पीएम मोदी की परियोजना के तहत इस मंदिर में नवीनीकरण और भव्य कॉरिडोर का निर्माण कार्य शुरू किया गया जो की अब बन कर पूरी तरह तैयार है, और इसी क्रम 15 फरवरी से खुलेगा काशी विश्वनाथ धाम जाने वाला गंगा मार्ग।