Weather Update: ठंड में मौसम विभाग द्वारा दी गई चेतावनियों के बारे में जाने पूरी जानकारी
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत पूरा उत्तर भारत शीतलहर की चपेट में है और कई शहरों में न्यूनतम तापमान लगातार कम होता जा रहा है। मौसम विज्ञान कार्यालय ने बुधवार को दिन में हल्का कोहरा छाए रहने और अधिकतम तापमान 23, जबकि न्यूनतम तापमान पांच डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान जताया है। आईएमडी में वरिष्ठ वैज्ञानिक आर के जेनामणि ने बताया कि एक के बाद एक दो पश्चिमी विक्षोभों और इसके परिणामस्वरूप मंगलवार रात से ठंडी उत्तरपश्चिमी हवाओं के मंद होने से न्यूनतम तापमान बढ़ेगा। इस बीच भारत मौसम विज्ञान विभाग लगातार चेतावनी जारी कर रहा है और भीषण ठंड का असर बरकरार रहने की संभावना जताई है। बढ़ते ठंड को लेकर मौसम विभाग कई बार रेड, ऑरेंज, येलो और ग्रीन अलर्ट जारी करता है, लेकिन क्या आपको पता है कि ये अलर्ट क्या हैं और इनका मतलब क्या होता है?
ग्रीन अलर्ट का मतलब-
मौसम को लेकर ग्रीन अलर्ट का मतलब होता है कि मौसम ठीक है और इसकी वजह से कोई भयानक स्थिति पैदा नहीं हो रही। भारत मौसम विज्ञान विभाग की ओर से इसको लेकर कोई खास अलर्ट जारी नहीं किया जाता है, बल्कि जानकारी दी जाती है कि मौसम ठीक है।
येलो अलर्ट का मतलब-
ठंड में मौसम विभाग का येलो अलर्ट दर्शाता है कि मौसम अधिक खराब हो सकता है, इसलिए लोगों को सतर्क रहना चाहिए। येलो अलर्ट में लोगों को बताया जाता है कि सावधान करने की जरूरत है, क्योंकि कोई भी दिक्कत आ सकती है।
ऑरेंज अलर्ट का मतलब-
भारत मौसम विज्ञान विभाग की ओर से ठंड को लेकर जारी ऑरेंज अलर्ट का मतलब है कि गंभीर शीतलहर की स्थिति है और इससे निपटने के लिए अधिकारियों को तैयार रहने को कहा जाता है। इसके साथ ही लोगों को कही भी जाने से पहले पूरे कपड़े पहनने और सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।
रेड अलर्ट का मतलब-
ठंड को लेकर भारत मौसम विज्ञान विभाग के रेड अलर्ट मतलब गंभीर एक चेतावनी है और यह गंभीर शीतलहर की स्थिति 2 दिन या इससे ज्यादा रहने की स्थिति में जारी की जाती है। इसके साथ ही स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन से जरूरी कदम उठाने को लेकर निर्देश दिए जाते हैं।
मौसम विभाग इस समय करता है शीतलहर की घोषणा-
अगर मैदानी इलाकों में न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है तो आईएमडी शीतलहर की घोषणा करता है। इसके अलावा जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस या उससे नीचे तक चला जाता है और सामान्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस नीचे रहता है तो भी शीतलहर की घोषणा की जाती है।