प्रदूषण बना सकता है आपको डिप्रेशन का शिकार, रिसर्च में किया गया दावा

प्रदूषण से  डिप्रेशन(Dipression) के बढ़ने की संभावना ज्यादा होती है। अमेरिका में हुई रिसर्च में यह दावा किया गया है कि वायु प्रदूषण(Air Pollution) स्वस्थ लोगों में डिप्रेशन का कारण बन सकता है। जिन लोगों के जीन में यह विकार पहले से मौजूद है वह लोग डिप्रेशन का शिकार आसानी से हो सकते है।

‘पीएनएएस’(PNAS) नामक पत्रिका में प्रकाशित एक रिसर्च रिपोर्ट के अनुसार दुनिया के 40 से ज्यादा देशों से प्राप्त वायु प्रदूषण(Air Pollution) संबंधित वैज्ञानिक आंकड़ों, न्यूरोइमेजिंग, मस्तिष्क संबंधी जीन के विवरण और अन्य आंकड़ों का संयोजन किया गया है।

अमेरिका के ‘लिबर इंस्टीट्यूट फॉर ब्रेन डेवलपमेंट’ (LIBD) के हाओ यांग टान के अनुसार वायु प्रदूषण से मस्तिष्क की याददाश्त और भावनात्मक क्षमता पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है और प्रदूषण की वजह से शरीर में मौजूद अवसाद के कारक माने जाने वाले जीन में परिवर्तन हो जाता है।

रोगी होने की संभावना 10 फीसद बढ़ जाती है

अध्ययन के दौरान शोधकर्ताओं ने यह पाया कि यदि महीन कणों की औसत स्तर पर वृद्धि होती है और लोग प्रदूषित हवा के संपर्क में लंबे समय तक रहते हैं तो इस बात की संभावना 10 फीसद बढ़ जाती है कि वह लोग अवसाद(Dipression) की चपेट में आसानी से आ सकते हैं।

हाओ ने यह भी बताया कि इस तरह का अध्ययन पहले कभी नहीं किया गया है। जिन क्षेत्रों में अधिक प्रदूषण होता है वहां रहने वाले लोगों में अवसाद से ग्रस्त होने का खतरा ज्यादा होता है, क्योंकि उनके जीन और पर्यावरण में उपस्थित प्रदूषण इस खतरे का लेवल बढ़ा सकते हैं।

यह भी पढ़े-देर रात तक करते हैं मोबाइल का इसतेमाल तो हो जाएं सावधान ! पढ़ें पूरी ख़बर

LIVE TV