चुनावी राज्यों में रैलियों से कई गुना बढ़ा कोरोना, विशेषज्ञ हुए चिंतित
देश भर में कोरोना के गंभीर हालात के उसके बावजूद चुनावी राज्यों की रैलियों में नियमों की धज्जियां उड़ने का दुष्परिणाम दिखने लगा है। तीन चुनावी राज्यों में संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ी है। तमिलनाडु में मरीजों की संख्या 386 फीसदी तो बंगाल में 190 फीसदी बढ़ गई है। पुडुचेरी में भी संख्या प्रतिदिन 20 मामलों से बढ़कर 115 तक पहुंच चुकी है। एम्स के पूर्व निदेशक डॉ. एमसी मिश्रा के मुताबिक, चुनावी राज्यों पर ध्यान देना बहुत जरूरी है।
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कुछ सप्ताह पहले केरल, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल सबसे प्रभावित राज्यों में से एक थे। स्वास्थ्य मंत्रालय के बुलेटिन में भी इसका जिक्र होता था लेकिन चुनाव की घोषणा के बाद इनके नाम दिखाई देना बंद हो गए।
कैबिनेट सचिव कल करेंगे बैठक
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, शुक्रवार को कैबिनेट सचिव राज्यों के साथ बैठक करेंगे। बैठक में एनसीडीसी के निदेशक डॉ. सुजीत कुमार सिंह चुनावी राज्यों पर रिपोर्ट प्रस्तुत कर सकते हैं।
क्या सरकार को फायदा दे रहा कोरोना?
आईआईटी, जोधपुर के पूर्व निदेशक प्रो. रिजो एम जॉन के अनुसार, लोगों को लगता है कि कोरोना सिर्फ सरकार का एक हथियार है। यह सोच काफी गलत है। हालांकि सवाल उठता है कि सरकारें लोगों में कोरोना को लेकर भरोसा कायम करने में विफल क्यों हैं।