हिजबुल मुजाहिद्दीन के कमांडर बुरहान वानी के एनकाउंटर के बाद कश्मीर भले ही सुलग रहा हो, लेकिन अब आतंकवाद के खिलाफ एक नई मशाल जलने वाली है। कश्मीर में अब आतंकियों के लिए 308 नंबर मुश्किल पैदा करने वाला है। यह नंबर धारा 370 की तरह नहीं, बल्कि उससे भी मजबूत है। दरअसल, यह 308 नंबर उन जवानों की संख्या है, जिन्होंने हाल में आर्मी ज्वाइन की है। ये भी जवान जम्मू और कश्मीर के ही रहने वाले हैं।
यह भी पढ़ें : हाफिज सईद से छिन गया इस्लाम, भविष्य पर मंडराया संकट
धारा 370 से बड़ी ताकत है 308
गुरुवार को श्रीनगर में ये 308 जवान पासिंग आउट परेड में शामिल हुए। इन ग्रेजुएट जवानों ने सेना के काम को समझने के लिए एक साल की ट्रेनिंग भी ली है।
बाना सिंह परेड ग्राउंड में हुई पासिंग आउट परेड में जम्मू कश्मीर के गवर्नर नरेंद्र नाथ वोहरा भी शामिल हुए। उन्होंने इन जवानों को बधाई दी। इस मौके पर इन जवानों के परिवार भी आए थे।
यह भी पढ़ें : साक्षी मलिक के लिए रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार की घोषणा
इस मौके पर लेफ्टिनेंट जनरल सतीश दुआ भी पहुंचे। उन्होंने कहा, ‘ये जवान देश की मिट्टी के हैं। कश्मीर की वादी में हम इनके जरिए शांति भी बढ़ाएंगे। आखिरकार कश्मीर का हर बाशिंदा भी तो यही चाहता है।’
उन्होंने कहा, ‘मैं इन जवानों को बधाई देता हूं। अब इन्हें देश की सेवा करनी है। ये जवान देश के सुरक्षा बल में शामिल होंगे। फिर इनके ऊपर एक बड़ी जिम्मेदारी आ जाएगी। सेना में शामिल होने का साहसी कदम उठाने के लिए इन जवानों के परिवार भी बधाई के पात्र हैं।’
इसके बाद सांबा जिले के अभ्यर्थी रिशू सम्बयाल को शेर-ए-कश्मीर का तमगा दिया गया। वहीं, त्रिवेणी सिंह को बेस्ट अभ्यर्थी का पदक दिया गया।