

अमेरिका में काफी विवादों के बाद अखिरकार नई सरकार का गठन हुआ। बता दें कि अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति के तौर पर बीते दिन जो बाइडन ने शपथ ली। अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जॉन रॉबर्ट्स ने जो बाइडन को देश के 46वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ दिलाई। अपने कार्यकाल के पहले ही दिन जो बाइडन ने ट्रंप के द्वारा बनाए गए कुछ नियमों के खिलाफ अपनी कलम चलाई। बाइडन ने कई फैसलों को लेकर हस्ताक्षर किए जिसमें से पेरिस जलवायु समझौता प्रमुख माना जा रहा है।

यदि बात करें व्हाइट हाउस द्वारा दी गई जानकारी की तो उसके मुताबिक जलवायु परिवर्तन पर पेरिस समझौते में अमेरिका की फिर से वापसी होगी। बाइडन ने पेरिस जलवायु समझौते में दोबारा शामिल होने का ऐलान किया। बता दें कि जो बाइडन ने अमेरिका के नागरिकों से इस बात का अपने के दौर वादा भी किया था। इतना ही नहीं, जो बाइडेन ने कोरोना वायरस के खिलाफ जंग तेज करने के इरादे से एक महामारी कंट्रोल करने के एक फैसले पर दस्तखत किया। बाइडेन ने इस फैसले से अब अमेरिका में मास्क के साथ ही सोशल डिसटेंसिंग को अनिवार्य कर दिया है।
सत्ता संभालने के साथ ही बाइडन ने लिए यह फैसले
- सभी अमेरिकियों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य होगा।
- कोरोना महामारी को नियंत्रित करने के लिए फैसला लिया।
- छात्र ऋण की किस्त वापसी को सितंबर तक टाला।
- आम लोगों को बड़े स्तर पर आर्थिक मदद देने का एलान।
- नस्लभेद को खत्म करने की ओर कदम।
- मेक्सिको से लगी सीमा पर आपातकाल की घोषणा को वापस लिया, दीवार बनाने के फैसले और फंडिंग को रोका।
- जयवायु परिवर्तन के मसले पर अमेरिका की वापसी यानी अमेरिका अब 30 दिन बाद पेरिस जलवायु समझौते में दोबारा शामिल हो जाएगा।
- ट्रंप प्रशासन द्वारा जिन मुस्लिम देशों पर बैन लगाया गया था, उसे वापस लिया और विदेश मंत्रालय को जल्द ही वीजा प्रक्रिया शुरू करने का आदेश दिया।
- विश्व स्वास्थ्य संगठन से हटने के फैसले को रोका और डॉ. एंथोनी फॉसी को विश्व स्वास्थ्य संगठन के कार्यकारी बोर्ड में अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल का प्रमुख बनाया।