
नई दिल्ली। बिहार के बाद अब तमिलनाडु से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए चुनौती खड़ी हुई है।
एनडीए की सहभागी और तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे जयललिता ने इसका ऐलान किया है।
जयललिता कई मौकों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ खड़ी दिखी हैं। लेकिन इस बार उनके सुर भी बदल गए हैं।
एक दिन पहले जयललिता की पार्टी एआईएडीएमके ने जीएसटी के मुद्दे पर भी संसद से वॉकआउट कर दिया था।
हालांकि इससे केन्द्र सरकार को खास फर्क नहीं पड़ा था और जीएसटी पास हो गया था।
I'm clear and consistent on bringing total prohibition (liquor ban) in a phased manner: CM Jayalalithaa in Tamil Nadu Assembly
— ANI (@ANI) August 4, 2016
मोदी के लिए चुनौती
इस बार चुनौती शराबबंदी से जुड़ी है। जयललिता ने इसके संकेत दे दिए हैं।
तमिलनाडु विधानसभा में उन्होंने कहा, ‘हमारी सरकार शराब बैन के समर्थन में है। इसे चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा।’
इससे पहले बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शराबबंदी का ऐलान किया था।
शराबबंदी बिहार में सफल रही है। इसी आधार पर नीतीश अब यूपी में शराबबंदी के मुद्दे पर चुनाव लड़ने अा रहे हैं।
इस मुद्दे पर नीतीश कई बार पीएम नरेंद्र मोदी के लिए चुनौती खड़ी कर चुके हैं।
नीतीश कुमार चुनौती देते रहे हैं कि भाजपा शासित इलाकों में शराबबंदी लागू नहीं की जा रही है।
माना जा रहा है कि अगर यूपी चुनाव से पहले जयललिता ने शराबबंदी लागू की, तो यह एक बड़ी चुनौती साबित हो सकती है।