
बिजनौर। स्योहरा क्षेत्र में पंचायत का शर्मनाक और तुगलकी फरमान सामने आया है। यहां पंचायत ने गैंगरेप की सजा सिर्फ पांच जूते सुनाई। तीनों आरोपियों ने बस पांच जूते खाए और आजाद हो गये।
गैंगरेप की सजा के लिए बैठी पंचायत
पिछले दिनों तीन युवकों ने युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। आरोपियों ने उसकी वीडियो क्लीपिंग भी बना ली। मामला खुला तो एक बिरादरी का नाम सामने आने पर गांव के पंचों को लोकलाज का डर सताने लगा। पंचायत बैठी और पंचों ने आरोपी युवकों को पांच-पांत जूते की सजा सुनाकर दोषमुक्त करार दिया।
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इससे भी शर्मनाक यह कि युवती के ही चाल चलन पर सवाल खड़े कर दिये गये। पंचायत में आरोपियों ने खुलेआम माना कि उन्होंने लड़की के साथ गैंगरेप किया लेकिन पंचों ने इस खुलासे पर भी आंखें मूंद लीं। लडकों का कहना था कि हमने युवती को सबक सिखाने की नियत से गैंगरेप किया और इसका कोई पचतावा नहीं है।
वहीं पंचायत पीड़ित पक्ष पर दबाव बना रही हैं कि वे पुलिस में इसकी शिकायत न करें। जिस वजह से युवती के परिजन सहमे हुए हैं। पुलिस ने घटना की जानकारी से इंकार किया है।
बुलंदशहर में हाईवे पर मां और बेटी का गैंगरेप
वहीं यूपी के बुलंदशहर में एक मां और बेटी से गैंगरेप का मामला सामने आया है। नोएडा से शाहजहांपुर जा रहे परिवार को दिल्ली-कोलकाता राष्ट्रीय राजमार्ग पर रोककर 5 आदमियों के समूह ने पहले लूटपाट की और फिर मां-बेटी के साथ सामूहिक बलात्कार किया। बताया जा रहा है कि बदमाशों ने कार में बैठी महिलाओं और पुरुषों को हाई-वे से कुछ दूर खेत में ले जाकर बंधक बना लिया। इसके बाद इन लोगों ने नकदी समेत जेवर लूट लिए। बाद में मां-बेटी के साथ सामूहिक बलात्कार को भी अंजाम दिया गया। इस दौरान उनका परिवार भी उनके सामने बंधक बना हुआ था।
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