
हिंदू धर्म में हर त्योहार की अपनी अलग मान्यता है कोई भी त्योहार किसी भी त्योहार से किसी भी तरह से कम नहीं है। ईश्वर ने हर व्रत और त्योहार के पीछे कोई ना कोई वजह जरूर बनाई है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार इस सप्ताह की शुरुआत ज्येष्ठ महीने के कृष्णपक्ष की पंचमी तिथि से हो रही है। इसके बाद ये सप्ताह कृष्णपक्ष की ही दशमी तिथि को पूरा हो जाएगा। इस सप्ताह तीज-त्योहार कम ही है, लेकिन ज्योतिषीय नजरिये से ये सप्ताह बहुत ही महत्वपूर्ण रहेगा। इन दिनों में शनि, शुक्र ओर बृहस्पति वक्री हो जाएंगे। यानी इन 3 ग्रहों की चाल टेढ़ी हो जाएगी। बुध भी उदय हो जाएगा और सूर्य अपनी उच्च राशि छोड़कर वृष में आ जाएगा।
11 से 17 मई तक का पंचांग
11 मई, सोमवार – ज्येष्ठ कृष्ण चतुर्थी और पंचमी
12 मई, मंगलवार – ज्येष्ठ कृष्ण पंचमी
13 मई, बुधवार – ज्येष्ठ कृष्ण, षष्ठी
14 मई, गुरुवार – ज्येष्ठ कृष्ण, सप्तमी, वृष संक्रांति
15 मई, शुक्रवार – ज्येष्ठ कृष्ण अष्टमी, कालाष्टमी
16 मई, शनिवार – ज्येष्ठ कृष्ण नवमी
17 मई, रविवार – ज्येष्ठ कृष्ण दशमी
अन्य महत्वपूर्ण दिन और जयंती
15 मई, शुक्रवार – अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस, केवट जयंती
ज्योतिषिय नजरिये से ये सप्ताह
11 मई, सोमवार – शनि वक्री, सूर्य का नक्षत्र परिवर्तन
13 मई, बुधवार – शुक्र वक्री, बुध उदय
14 मई, गुरुवार – बृहस्पति वक्री, सूर्य का राशि परिवर्तन
17 मई, रविवार – सर्वार्थसिद्धि योग