ब्रेकर आपको नापसंद होंगे लेकिन ये ‘आनंद’ की जिंदगी हैं
लखनऊ। अक्सर हमारे रास्ते में चलते-चलते स्पीड ब्रेकर आ जाते है। हमें न चाहते हुए अपनी स्पीड को कम करना पड़ता है। जरा सोचिए ये स्पीड ब्रेकर अगर आपकी जिंदगी में उजाला ले आयें, आपके घरों को रोशन करें या उन दूर दराज के गांवों में जहां बिजली नहीं है उन गांवों को रोशन करने के लिए ये स्पीड ब्रेकर काम आयें।
जी हां, स्पीड ब्रेकर से बिजली बनाने का सपना साकार किया है सुल्तानपुर के युवा वैज्ञानिक आनंद कुमार पांडेय ने, आनंद ने एक ऐसा स्पीड ब्रेकर बनाया है जिससे बिजली बनेगी। इस यंत्र का पेटेंट भी आनंद ने करा लिया है।
ऐसी बनेगी बिजली
आनंद ने बताया कि इस खास ब्रेकर के नीचे लगे शाकरों पर से जब कोई वाहन गुजरेगा तो ये दब जायेंगे इनके दबने से नीचे लगी गरारी घूमेगी। इस गरारी से लगे डायनेमो के द्वारा बैट्री चार्ज हो जायेगी।
यूं तो आनंद के नाम कई खोज हैं। उन्होंने हवा से चलने वाली कार व बिना ड्राइवर का रेल इंजन भी बनाया है। सुल्तानपुर के साधरण से किसान के घर में जन्में आनंद ने इलेक्ट्रानिक्स एंड कम्यूनिकेशन से बीटेक इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की है। स्पीड ब्रेकर से बिजली बनाने की खोज के लिए आज उन्हें विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद उत्तर प्रदेश की तरफ से मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रशस्ति पत्र, शॉल व दस हजार रूपये देकर सम्मानित किया।
डाक्टर एपीजे अब्दुल कलाम को अपना आदर्श मानने वाले आनंद ने बताया कि उन्हें क्रिकेट खेलना, कविताएं लिखना, और छोटे बच्चों को पढ़ाना अच्छा लगता है।
केंद्रिय ऊर्जा मंत्रालय से मिले आमंत्रण के बाद आनंद अगले सप्ताह दिल्ली में अपने प्रोजेक्ट के लिए जा रहे हैं।