रिपोर्ट – अनिल वर्मा
मंगलौर। आज मंगलौर क्षेत्र के गरुकुल नारसन में भाकियू ने गन्ने मूल्य को लेकर विरोध किया और किसानों ने कहा सरकार पूर्ण रूप से किसान विरोधी सरकार है। डबल इंजन की सरकार ने जो किसान मजदूरों के साथ वादा किया था उस पर खरी नहीं उतरी है।
किसानों को केवल वोट बैंक के नाम पर इस्तेमाल किया गया है किसानों को कर्ज माफी का वादा किया गया था बिजली सस्ती कही गई थी लेकिन कोई वादा सरकार ने पूरा नहीं किया! सरकार ने किया है तो केवल अपने मंत्री विधायकों का वेतन भत्ता दोगुना किया है।
आपको बता दे किसानो ने बताया कि उनके साथ सरकार ने छल किया है। यह डबल इंजन की सरकार पूर्ण रूप से फेल हो चुकी है भारतीय किसान यूनियन इस सरकार का पूर्ण रूप से विरोध करती है और 21 दिसंबर को अपने कृषि यंत्र लेकर भारतीय किसान यूनियन पूरे देश में सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन करने को मजबूर होगी।
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लागत मूल्य को देखते हुए किसानों को ₹500 कुंतल गन्ने का भाव दिया जाए बिजली 40 पैसे यूनिट दी जाए पूरे जनपद की शुगर मिलों द्वारा गन्ने का भुगतान कराया जाए। आज इकबालपुर मिल पर 2 साल का किसानों का बकाया गन्ने का भुगतान रुका हुआ है। वहां का किसान आत्महत्या को मजबूर हो गया है लेकिन सरकार इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रही। किसान और मजदूर इस सरकार का विरोध करेंगे और आने वाले चुनाव में इसका जवाब दिया जाएगा।