
बालाकोट स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान से टकराव के चलते 27 फरवरी को वायुसेना में लगाए गए अस्थायी उड़ान प्रतिबंध को हटा लिया गया है। वायुसेना ने ट्वीट कर ये जानकारी दी।
वहीं उच्च सूत्रों का कहना है कि भारत के इस कदम से पाकिस्तान को भी ऐसा करने पर बाध्य होना पड़ेगा। इससे दक्षिण एशिया, पश्चिम आने-जाने वाली उड़ानों के समय में कटौती होगी, जिसमें दिल्ली भी शामिल है।
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दरअसल एक अधिकारी से जब पूछा गया कि क्या वायुसेना के ट्वीट का मतलब यह है कि अब पाकिस्तान की अतंरराष्ट्रीय उड़ाने जो लाहौर से काठमांडू जाती हैं वह भारतीय हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल कर सकती हैं? उन्होंने जवाब में कहा, ‘तकनीकी रूप से हां। लेकिन यह आपसी सहमति का मामला है।
पाकिस्तान ने इसी हफ्ते अपने हवाई क्षेत्र में भारतीय विमानों की उड़ान पर लगे प्रतिबंध को बढ़ाकर 14 जून कर दिया था। इससे पहले पाकिस्तान ने प्रतिबंध की अवधि 20 मई करते हुए भारत में हो रहे लोकसभा चुनाव के परिणाम का इंतजार करने की बात कही थी। 27 फरवरी को हवाई प्रतिबंध लगाए गए थे। जिसके कारण दिल्ली सहित दक्षिण एशिया से उड़ान भरने वाली उड़ानों को अपने गंतव्य स्थल तक पहुंचने के लिए एक से डेढ़ घंटा अधिक उड़ान भरनी पड़ती है।
जहां एयर इंडिया की दिल्ली से अमेरिका के पूर्वी तट तक जाने वाली नॉन स्टॉप फ्लाइट को बीच में उतरकर ईंधन भरना पड़ता है। जिसके कारण उड़ान का समय तीन घंटे बढ़ जाता है। इस प्रतिबंध के कारण सबसे ज्यादा छह करोड़ रुपये का नुकसान एयर इंडिया को हुआ है।