रामभद्राचार्य की भविष्यवाणी, इस DATE के बाद निकलेगा राम मंदिर निर्माण का हल

लखनऊ/बांदा| चित्रकूट दिव्यांग विश्वविद्यालय के आजीवन कुलाधिपति रामभद्राचार्य ने कहा है कि 11 दिसंबर के बाद भगवान राम की जन्मभूमि अयोध्या में मंदिर निर्माण का ‘संतोषपूर्ण हल’ निकलेगा। उन्होंने कहा कि छह दिसंबर, 1992 को अयोध्या में एक ‘गलत निर्माण’ तोड़ा गया था, जो गौरव का विषय है। अगर दोबारा जरूरत पड़ेगी तो फिर से ऐसा किया जाएगा।

 जन्मभूमि अयोध्या में मंदिर निर्माण

रामभद्राचार्य गुरुवार शाम बांदा सदर से भाजपा विधायक प्रकाश द्विवेदी के खुरहंड़ कस्बा स्थित आवास पर आयोजित श्रीराम कथा में बतौर मुख्य कथावाचक मौजूद थे। उसी समय उन्होंने संवाददातओं से कहा कि भगवान राम की जन्मभूमि अयोध्या में 11 दिसंबर के बाद मंदिर निर्माण का ‘संतोषपूर्ण हल’ निकलेगा।

हालांकि उन्होंने ‘संतोषपूर्ण हल’ के तरीके का खुलासा नहीं किया।

एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि छह दिसंबर, 1992 को अयोध्या में ‘गलत निर्माण’ तोड़ा गया था, जो गौरव का विषय है। अगर ऐसा करने की दोबारा जरूरत पड़ी तो फिर से किया जाएगा।

रामभद्राचार्य ने कहा, “गलत निर्माण तोड़कर एक प्रयोग किया गया था। कभी-कभार गलत निर्माण हो जाता है, जिसे तोड़ना पड़ता है। हमें इस पर ग्लानि नहीं है, हमारे लिए यह गौरव का विषय है। अब वहां श्रीराम का मंदिर ही बनेगा।”

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उल्लेखनीय है कि 25 नवंबर को अयोध्या में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और आरएसएस की धर्मसभा में भी एक केंद्रीय मंत्री से वार्ता का हवाला देकर रामभद्राचार्य ने यही बात कही थी, लेकिन विहिप, आरएसएस के पदाधिकारियों और साधु-संतों से तवज्जो न मिलने पर नाराज होकर रामभद्राचार्य मंच से चले गए थे।

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