जिला अस्पताल में डाक्टर की लापरवाही से जच्चा बच्चा की मौत
रिपोर्ट–अखिल श्रीवास्तव
रायबरेली। महिला जिला अस्पताल में आये दिन डॉक्टरों की लापरवाही से हो रही मौते थमने का नाम नही ले रहा है आज फिर महिला चिकित्सालय के एमरजेंसी में तैनात डॉक्टर मीरा की लापरवाही से एक फिर जच्चा-बच्चा की मौत से परिजनों में मातम छा गया। वहीं पूरे मामले में जिला अस्पताल की महिला सीएमएस रेनू वर्मा श्रीवास्तव अपने स्टॉप की लापरवाही पर पर्दा डालती नजर आ रही है।
दरअसल रायबरेली के सलोन थाना क्षेत्र के तिवारीपुर निवासी मालती देवी पिछले तीन दिनों से महिला जिला अस्पताल में रोजना दिखाने आ रही थी उसको केवल ये कहकर वापस कर दिया जाता था कि आप बिलकुल ठीक हो पर दर्द से कहरती मालती देवी के दर्द को कोई डॉक्टर समझने की कोशिश करना भी उचित नही समझा, बताया जा रहा कि मृतक मालती देवी के पेट मे तीन महीने का बच्चा था पिछले तीन दिनों से उसकी ब्लीडिंग रुक नही रही है।
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आज करीबन 12 बजे जब मृतक की हालत बिगड़ने लगी तो आनन-फानन में घर वाले महिला जिला अस्पातल लेकर आये परंतु पीड़िता को ये कहकर बाहर रखा गया कि अभी डॉक्टर साहब बिजी है जिसके चलते पीड़िता को समय से इलाज न मिल पाने से उसके मौत हो गयी। मौत खबर से परिजनों में कोहराम मच गया और अस्पताल परिसर में ही परिजनों ने जमकर हंगामा काटना शुरू कर दिया हंगामे की खबर जब उच्च अधिकारियों तक पहुँची को अनान-फानन में पहुँची महिला सीएमएस ने पूरे मामले पर लीपा-पोती करती नजर आयी।
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मौके पर वही महिला सीएमएस ने तो यहां तक कह दिया कि पीड़िता तो यहां लाने से पहले ही मर चुकी थी अब सवाल यह उठता है कि अगर महिला पहले ही मर चुकी थी तो अल्ट्रासाउंड किस बात का लिखा गया और अल्ट्रासाउंड किसका हुआ वह महिला सीएमएस इतना अच्छा झूठ बोलना कहा से सीखा। फ़िलहाल रोते-बिलखते परिजनों ने शव को लेकर घर चले गए।