
रिपोर्ट- जावेद चौधरी
गाजियाबाद। एनसीआर के गाजियाबाद में अब कुत्ता पालने के लिए भी हजारों रुपए रजिस्ट्रेशन शुल्क देना होगा। क्योंकि पेट्रोल ,डीजल, CNG और पीएनजी के दामों के बाद कुत्ता पालने वालो के लिए महंगाई का एक और बम गिरा है। इस पर जब बीजेपी की मेयर से सवाल पूछा गया, तो उन्होंने जवाब ऐसा दिया कि शायद कुत्तों के भी कान खड़े हो जाएं।
दिल्ली-एनसीआर में अगर आप घर में कुत्ता पालते हैं ,तो आपके लिए बुरी खबर है। क्योंकि एनसीआर के गाजियाबाद में नगर निगम की बोर्ड बैठक में एक ऐसा निर्णय लिया गया है ,जो पेट डॉग लवर्स के लिए हिला कर रख देने वाला है ।गाजियाबाद में अब कुत्ता पालने से पहले बढ़ा हुआ रजिस्ट्रेशन शुल्क देना होगा ।और बताया जा रहा है कि शुल्क 5000 तक होगा। यही नहीं अगर आपका pet डॉग रास्ते में कहीं पर गंदगी करता है, तो उसके लिए भी मोटा जुर्माना देने के लिए तैयार हो जाइए। बोर्ड बैठक में यह प्रस्ताव पास हो चुका है।
इससे पहले पेट्रोल, डीजल, सीएनजी और पीएनजी के दामों ने आम आदमी की कमर तोड़ रखी थी। हालांकि इस महंगाई के सवाल पर जब गाजियाबाद की बीजेपी से मेयर आशा शर्मा से जवाब मांगा गया, तो उन्होंने कहा कि जब एक अमीर आदमी के घर में उसके बच्चे को “आया” संभाल सकती है ,और मालिक कुत्ता संभाल सकता है। तो रजिस्ट्रेशन शुल्क क्यों नहीं दिया जा सकता।
उन्होंने कहा कि जब इंसान का बच्चा पैदा होने पर रजिस्ट्रेशन कराया जाता है, तो कुत्ते के लिए क्यों रजिस्ट्रेशन शुल्क ना दिया जाए। इससे आगे उन्होंने यह कहा कि कुछ कुत्ते तो अपनी किस्मत का लेकर पैदा होते हैं। कई बार इंसान का बच्चा गरीबी में जीवन बिताता है और कुत्ता AC में घूमता है। यह सुनकर हैरानी हुई। एक रजिस्ट्रेशन शुल्क पर पूछा गया सवाल, और मेयर साहिबा का इतना लंबा चौड़ा कुत्तों पर एनालिसिस किया हुआ जवाब ।
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बरहाल बोर्ड की बैठक में लगभग यह तय है कि जल्द 5000 तक रजिस्ट्रेशन शुल्क देना होगा। यही नहीं रोड पर गंदगी फैलाने वाले कुत्ता मालिकों पर मोटा जुर्माना भी लगाया जाएगा। इस रजिस्ट्रेशन शुल्क की खबर बाहर आते ही pet डॉग लवर्स ने सवाल उठाना शुरू कर दिया है
बीते दिनों गाजियाबाद में हाउस टैक्स भी बढ़ा दिया गया था। यानी जितनी नगर निगम की बैठक हो रही है, और जितना शहर तरक्की कर रहा है, उसके साथ-साथ तमाम तरह के शुल्क भी बढ़ाए जा रहे हैं। मतलब साफ है एक तरफ रोजमर्रा की जरूरतों के लिए बढ़ती कीमतें ,और दूसरी तरफ यह बढ़ते हुए शुल्क। मौजूदा सैलरी में घर चलाना आसान नहीं होगा।