मध्यप्रदेश उपचुनाव : चल पड़ी ‘सिंधिया’ लहर… भाजपा खेमे में बढ़ी हलचल

शिवपुरी। कांग्रेस की मध्य प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अरुण यादव ने कहा है कि कांग्रेस में रहते हुए नेताओं की जो हैसियत रही है, उनकी वह हैसियत दूसरे दलों में जाने पर नहीं रह गई। उन्होंने कहा कि जिसने भी कांग्रेस छोड़ी, कहीं का नहीं रहा, और अब कांग्रेस छोड़ गए लोगों को पार्टी में दोबारा कोई जगह नहीं दी जाएगी।

मध्यप्रदेश उपचुनाव

राज्य में शिवपुरी के कोलारस और अशोकनगर के मुंगावली विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव के लिए पार्टी उम्मीदवारों के पक्ष में प्रचार करने पहुंचे यादव ने कहा, “भाजपा ने हमेशा जोड़-तोड़ की राजनीति की है। जैसे ही उसे हार का डर सताने लगता है वह अपने को मजबूत करने के बजाय कांग्रेस को नुकसान पहुंचाने में जुट जाती है।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित कई बड़े नेता इस तरह का प्रयास कर चुके हैं, मगर कांग्रेस कभी किसी के आने-जाने से कमजोर नहीं हुई, बल्कि नई उर्जा के साथ कार्यकर्ताओं ने स्थिति का सामना किया है।”

पिछले दिनों मुंगावली में कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के करीबी के. पी. यादव के भाजपा में शामिल होने के सवाल पर उन्होंने किसी का नाम लिए बगैर कहा, “पिछले कुछ वषरें में कई अवसरवादियों ने कांग्रेस को धोखा दिया है। ऐसे नेता कई वषरें तक कांग्रेस की सत्ता का उपभोग करते रहे, जब पार्टी विपक्ष में आई तो उन्होंने पाला बदल लिया। जिन्होंने ऐसा किया था, आज वे किस हाल में हैं, यह सब जानते हैं। एक दौर था जब उन नेताओं की प्रदेश में पहचान हुआ करती थी, भाजपा में जाने के बाद वे जिलास्तर तक के नेता नहीं रह गए।”

ज्ञात हो कि बीते कुछ वषरें में कांग्रेस को भाजपा ने कई बड़े झटके दिए हैं। विधानसभा के तत्कालीन उप-नेता चौधरी राकेश सिंह चतुर्वेदी को कई तरह का प्रलोभन देकर भाजपा में शामिल कराया गया था। इसी तरह भिंड के सांसद भागीरथ प्रसाद को ऐन वक्त पर कांग्रेस से भाजपा में शामिल कराकर उनहें उम्मीदवार बना दिया गया था। इसी तरह होशंगाबाद के सांसद उदय प्रताप सिंह भाजपा में शामिल हो गए थे। विधायक स्तर पर तो कई ऐसे नाम हैं।

यादव ने आगे कहा, “जिन नेताओं ने कांग्रेस को धोखा दिया या पार्टी छोड़ी, आज वे कहां हैं? भले ही विधायक-सांसद बन गए हैं, मगर उनकी हैसियत भाजपा के पुराने कार्यकर्ता या राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के एक कार्यकर्ता के बराबर भी नहीं है। भाजपा की महत्वपूर्ण बैठकों में इन दल-बदलू नेताओं को बुलाया तक नहीं जाता। जब कभी उनके क्षेत्र में कार्यक्रम होते हैं, मंच पर उन्हें बिठा दिया जाता है। लेकिन प्रशासनिक स्तर पर उनकी कोई पूछ-परख नहीं है।”

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कांग्रेस छोड़कर भाजपा सहित दूसरे दलों में गए कई नेताओं की पार्टी में वापसी के सवाल पर यादव ने कहा, “जिन लोगों ने पार्टी को आघात और नुकसान पहुंचाया है, उनकी किसी भी सूरत में पार्टी में वापसी संभव नहीं है। पार्टी ऐसे लोगों को कभी माफ नहीं करेगी। अवसरवादियों को हर हाल में पार्टी से दूर रखा जाएगा।”

राज्य विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री उम्मीदवार के ऐलान के सवाल पर यादव ने कहा, “कांग्रेस की चुनाव से पहले चेहरा घोषित करने की परंपरा नहीं रही है। इस संदर्भ में जो भी फैसला करना होगा, पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ही करेंगे। वह सभी कांग्रेसजन को मान्य होगा।”

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उपचुनाव के सवाल पर उन्होंने कहा, “शिवराज सरकार के खिलाफ जबदस्त माहौल है, जनता परेशान है, झूठे वादे किए, जनता को पानी, रोजगार, फसल खरीदी आदि समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। वहीं पूरी सरकार यहां चुनाव प्रचार में लगी है, इनकी सभाओं में पहुंच रही लोगों की संख्या सब कुछ बता रही है। दोनों ही स्थानों पर कांग्रेस को बढ़त तय है।”

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