
वाशिंगटन। चीन व रूस से बढ़ते खतरे का हवाला देते हुए पेंटागन ने 2019 के सैन्य खर्च में अत्यधिक बढ़ोतरी के लिए कहा है। पेंटागन ने कांग्रेस से 686 अरब डॉलर की मंजूरी देने का आग्रह किया है, जो कि देश के इतिहास में सबसे बड़े बजट में से एक है।
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सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को इस प्रस्ताव को प्रस्तुत करते हुए कहा कि अमेरिका सेना पहले के मुकाबले और ज्यादा मजबूत होगी व उसके पास सभी तरह के हथियार मौजूद होंगे।
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पेंटागन के 686 अरब डॉलर के बजट में 2017 के मुकाबले 80 अरब डॉलर की वृद्धि है। पेंटागन ने कहा कि इसका प्रमुख मकसद रूस व चीन का मुकाबला करना है।
बजट प्रस्ताव का खुलासा करते हुए सोमवार को अंडर सेक्रेटरी ऑफ डिफेंस डेविड एल. नॉरक्यूविस्ट ने संवाददाताओं से कहा, “अमेरिका की सुरक्षा व समृद्धि के लिए आतंकवाद नहीं, बल्कि बड़ी शक्तियों की प्रतिस्पर्धा प्रमुख चुनौती के तौर पर उभरी है।”
बजट के प्रस्ताव में कहा गया है, “यह स्पष्ट है कि चीन व रूस अपने सत्तावादी मॉडल के साथ अपने अनुरूप दुनिया बनाना चाहते हैं और दूसरे राष्ट्रों के आर्थिक, कूटनीतिक व सुरक्षा फैसलों पर वीटो अधिकार प्राप्त करना चाहते हैं।”
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